डीएनए हिंदी: State Bank of India ने बताया कि 30 नवंबर तक पर्सनल बैंकिंग एडवांसेज में उसका 5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है. एसबीआई के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में किए गए सामरिक उपायों और डिजिटल पहलों की एक सिरीज ने पर्सनल बैंकिंग एडवांसेज (आवास के अलावा) के तहत 5 लाख करोड़ रुपये की हमारी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है."
ऋणदाता ने जनवरी 2015 में पहला 1 लाख करोड़ रुपये, उसके बाद जनवरी 2018 में 2 लाख करोड़ रुपये, अगस्त 2020 में 3 लाख करोड़ रुपये, जब कोविड-19 अपने चरम पर था, और नवंबर 2021 में 4 लाख करोड़ रुपये का मार्क प्राप्त किया.
पर्सनल बैंकिंग एडवांसेज में मुख्य रूप से व्यक्तिगत ऋण (Personal Loan), पेंशन ऋण (Pension Loan), ऑटो ऋण (Auto Loan), शिक्षा ऋण (Education Loan), व्यक्तिगत-स्वर्ण ऋण (Personal Gold Loan) और अन्य व्यक्तिगत ऋण उत्पाद (Personal Loan Product) शामिल हैं.
उधार लेने की लागत में वृद्धि के बावजूद, इस साल मई से रेपो दर में 190 आधार अंकों की बढ़ोतरी के बाद, बैंकों के व्यक्तिगत ऋण खंड में इस साल स्वस्थ वृद्धि देखी गई है. रिज़र्व बैंक द्वारा बैंक ऋण की क्षेत्रीय तैनाती के मुताबिक इस खंड में सितंबर में 20 प्रतिशत और अक्टूबर में 20.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो मुख्य रूप से आवास और वाहन ऋण द्वारा संचालित थी.
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SBI के पर्सनल लोन पोर्टफोलियो ने 5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को किया पार