डीएनए हिंदी: गरीब बहुत गरीब कहलाएंगे आप. अगर आपकी आय 5 हजार रुपये से भी कम है या प्रतिदिन आपकी आय मात्र 167 रुपये है. दरअसल वर्ल्ड बैंक (World Bank) जल्द ही गरीबी रेखा के डेफिनेशन में बदलाव करने जा रहा है. वर्ल्ड बैंक के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति प्रतिदिन 2.15 डॉलर की आय नहीं कर पा रहा है तो वह रेखा के नीचे (Below Poverty Line) माना जायेगा. कयास लगाया जा रहा है कि विश्व बैंक साल के अंत तक गरीबी रेखा के नीचे की परिभाषा में बदलाव कर सकता है. ऐसे में सबके जहन में एक ही सवाल है कि आखिर गरीबी रेखा का मानक क्या है?
World Bank ने क्या कहा?
वर्ल्ड बैंक डॉट ओआरजी (worldbank.org) पर छपी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक गरीबी रेखा के मानकों में जल्द ही बदलाव किया जा सकता है. नए मानकों के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति की प्रतिदिन आय 2.15 डॉलर यानी कि 167 रुपये से कम है तो वह गरीबी रेखा के नीचे माना जायेगा.
हाल के समय में क्या है गरीबी रेखा के नीचे का मानक?
मौजूदा समय की बात करें तो अगर वर्तमान समय में किसी व्यक्ति की से 1.90 डॉलर या 147 रुपये है या उससे नीचे है तो वह व्यक्ति गरीबी रेखा में आएगा. बता दें कि ये मानक साल 2011 की कीमतों और महंगाई को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किए गए थे. मालूम हो कि विश्व बैंक समय-समय पर महंगाई और जीवन-यापन के खर्च को ध्यान में रखकर मानकों में बदलाव करता रहता है.
भारत में गरीबी
भारत में गरीबी रेखा के नीचे आने वाले लोगों की संख्या के बारे में बात की जाए तो कम से कम 20 करोड़ लोग ऐसे हैं जो बहुत ही मुश्किल से गुजरा कर रहे हैं. भारत सरकार की दी गई जानकारी के मुताबिक 2011-2012 में कुल 21.92 प्रतिशत लोग गरीबी की रेखा से नीचे हैं. देश में लगभग 26 करोड़ 97 लाख लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं.
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इतनी कम Salary पाने वाले लोग आएंगे 'गरीबी रेखा के नीचे', वर्ल्ड बैंक ने जारी की रिपोर्ट