डीएनए हिंदी: म्यूचुअल फंड में एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश होता है, इसके बारे में तो हम सभी बखूबी जानते हैं. अगर यह कहा जाए कि एसआईपी अब म्यूचुअल फंड का पर्यायवाची बन गया है तो कहना गलत नही होगा. हालांकि बहुत कम लोगों को पता है कि एसआईपी के अलावा भी बहुत से तरीके हैं जिनसे आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश कर सकते हैं. बता दें कि म्यूचुअल फंड कई तरह के निवेश के विकल्पों की सुविधा देते हैं. इनमें अलग अलग एसेट क्लास (Asset Class) और टैक्स बेनिफिट (Tax Benefit) होते हैं.
अमूमन ज्यादातर लोग म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एक साथ या एसआईपी के जरिए मंथली बेसिस पर निवेश करते हैं. हालांकि कई बार ऐसी परिस्थितियां भी पनप जाती हैं जब एसआईपी के जरिए निवेश करना नुकसानदायक हो जाता है. यहां हम एसआईपी (SIP) से होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे जिन्हे अपनाकर आप परेशानियों से बच सकते हैं.
संभलकर चुनें फंड
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो पहले अपने फाइनेंशियल टारगेट (Financial Target) के बारे में पता करें. यानी आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश क्यों करना चाहते हैं, मान लीजिए अगर आपने गलत फंड चुन लिया तो आप अपने टारगेट को पूरा नहीं कर पाएंगे. इसलिए सोच समझकर फंड का चुनाव करें.
ग्रोथ और डिविडेंड में कौन सा प्लान है बेहतर
अक्सर हम म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करते वक्त उलझ जाते हैं कि हमें किस प्लान को लेना चाहिए तो मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि ग्रोथ प्लान का चुनाव बेहतर रहेगा. ग्रोथ प्लान डिविडेंड प्लान के मुकाबले हाई रिटर्न देता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि म्यूचुअल फंड एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (Assets Under Management) से ही डिविडेंड देता है, जिससे फंड की NAV घट जाती है और डिविडेंड फंड की फेस वैल्यू पर निकाला जाता है. ग्रोथ प्लान को चुनकर आप टैक्स में भी रियायत पा सकते हैं.
बाजार गिरने पर ज्यादा निवेश करें
बाजार में गिरावट और उछाल दोनों देखने को मिलता है. जब बाजार में गिरावट हो तो घबराएं नहीं बल्कि अच्छे स्टॉक्स की खरीदारी करें. उन्हें अपने म्यूचुअल फंड में जोड़ें
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Mutual Fund: संभलकर करें निवेश, नहीं तो हो सकता है भारी नुकसान!