डीएनए हिंदी: भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने आज Crypto जैसी वर्चुअल डिजिटल संपत्तियों पर दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी गाइडलाइंस को लेकर ऑर्गेनाइजेशन लंबे समय से सरकार से चर्चा कर रही थी.
ASCI की महासचिव मनीषा कपूर ने पहले ही कहा था कि क्रिप्टो विज्ञापनों में इसके जोखिम के बारे में बताना चाहिए जिससे कस्टमर किसी भी तरह से गुमराह ना हो और यह ना मान बैठे कि सरकार ने इसे कानूनी स्वीकृति दे दी है.
ASCI की गाइडलाइंस
बता दें कि ASCI भारत में विज्ञापन उद्योग का एक स्व-नियामक संगठन है.क्रिप्टो के विज्ञापनों पर एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा है कि यह गाइडलाइंस 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगी. इन गाइडलाइंस के मुताबिक विज्ञापन में साफ-साफ लिखना होगा कि क्रिप्टो और NFT अनरेगुलेटेड प्रोडक्ट हैं और इसमें भारी जोखिम हो सकता है. इस दौरान विज्ञापन देने वाली कंपनियां क्रिप्टो के लिए करेंसी, डिपॉजिटरी और कस्टोडियन जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगी. किसी क्रिप्टो की क्या कॉस्ट होगी उसे साफ-साफ लिखना होगा और विज्ञापन देने वाला कौन है उसके बारे में सही से जानकारी देनी होगी. अगर कोई सेलेब्रिटी क्रिप्टो या NFT का विज्ञापन दे रहा है तो उसे पहले जोखिम को समझना होगा.
क्रिप्टो पर सरकार का कदम
बता दें कि केंद्रीय बजट 2022-23 में सरकार ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स को ट्रैक और टैक्स करने के लिए नए प्रावधान पेश किए हैं. हालांकि इससे पहले भी क्रिप्टो एक्सचेंजों ने विज्ञापन रोक दिया था और अभी भी इस मोर्चे पर सरकार की ओर से स्पष्टता की प्रतीक्षा कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्सचेंज नए विज्ञापन के लिए ब्लूप्रिंट भी बना रहे हैं.
मनीषा कपूर ने पहले कहा था कि ASCI के मौजूदा नियमों के मुताबिक जरूरी है कि सभी विज्ञापन साफ हों और उपभोक्ताओं की जानकारी की कमी का फायदा न उठाएं. यह गाइडलाइन क्रिप्टो उत्पादों सहित सभी श्रेणियों के विज्ञापनों पर लागू होता है.
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क्रिप्टो के विज्ञापन पर कितना खर्च हुआ है?
हाल के महीनों में T20 विश्व कप 2021 सहित क्रिप्टो एक्सचेंजों ने अपने पेजेस और सोशल मीडिया चैनलों पर विज्ञापन पर अनुमानित 50 करोड़ रुपये खर्च किए थे. इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड के बड़े नामों को ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी चुना था. हालांकि क्रिप्टो को अभी भी भारत सरकार ने कानूनी मान्यता नहीं दी है जिसकी वजह से क्रिप्टो के विज्ञापनों में धीमी गति देखने को मिल रही है.
हाल ही में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने क्रिप्टो एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) पर 40 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का पता लगाया था जिसकी वजह से अधिकारियों ने कंपनी पर कार्रवाई करके 50 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूल किया.
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विज्ञापनों में Crypto के जोखिमों के बारे में भी बताना होगा जरूरी, यहां पढ़ें पूरी खबर