डीएनए हिंदी: संसद के बजट सेशन की शुरुआत हो चुकी है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वे पेश किया जा चुका है. आर्थिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था का एक तरह से रिपोर्ट कार्ड होता है. आर्थिक सर्वे में 2022-2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ 8-8.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है. मौजूदा साल की तुलना में विकास दर में गिरावट का अनुमान है.
2022-23 में विकास दर में गिरावट के संकेत
वित्त वर्ष 2021-22 में देश की रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.2 फीसदी रखा गया है. आरबीआई के 9.5 फीसदी के अनुमान से यह कुछ कम है. इसके अलावा, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश की अर्थव्यवस्था के 8-8.5 फीसदी की दर से जीडीपी ग्रोथ हासिल करने का अनुमान है. अगले वित्त वर्ष 2022-23 में विकास दर में गिरावट का अंदेशा जताया गया है.
वित्त मंत्री ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Union Budget 2022-23 पेश करने के एक दिन पहले यानी आज आर्थिक सर्वे पेश किया है. मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्थिक सर्वे के मुख्य बिंदुओं के बारे में बताएंगे. सोमवार यानी1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2022-23 प्रस्तुत करेंगी. नागेश्वरन का यह पहला प्रेस कॉन्फ्रेंस और आर्थिक सर्वे दोनों है. उन्होंने कुछ दिन पहले ही पद संभाला है.
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कृषि, इंडस्ट्रियल और सर्विस सेक्टर की ग्रोथ अनुमान
वित्त वर्ष 2021-22 में कृषि क्षेत्र के विकास का अनुमान 3.9 फीसदी पर रखा गया है. इसके अलावा इंडस्ट्रियल सेक्टर में 11.8 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान रखा गया है. वहीं सर्विस सेक्टर की ग्रोथ का अनुमान 8.2 फीसदी पर रखा गया है.
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क्या है आर्थिक सर्वेक्षण
देश की अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष में कैसा रहा है, इसका पूरी रिपोर्ट एक तरह से आर्थिक सर्वे में होती है. आर्थिक सर्वे में आगामी वित्त वर्ष में सरकार की आर्थिक विकास दर के लिए सरकार की रणनीति का पूरा रोडमैप होता है. अर्थव्यवस्था के प्रत्येक सेक्टर के प्रदर्शन और अगले वित्त वर्ष के लिए अनुमान के बारे में जानकारी दी जाती है.
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