डीएनए हिंदी: गौतम अडानी (Adani Group) और ज़ी मीडिया के चेयरमैन और राज्य सभा सांसद डॉक्टर सुभाष चंद्रा (Subhash Chandra) के बीच ज़ी मीडिया के अधिग्रहण पर हुई चर्चा की खबरें अफवाह हैं. कुछ सट्टेबाज जी मीडिया को लेकर अफवाह फैला रहे हैं. अडानी या किसी भी ग्रुप के साथ ऐसी सौदेबाजी नहीं हुई है. सट्टेबाजी करने वाले कुछ लोग निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं.
ज़ी ग्रुप ने सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से मांग की है कि अफवाह फैलाने वाले लोगों की जांच की जाए. ज़ी मीडिया ने पहले भी इन अफवाहों का खंडन किया था. कुछ सट्टेबाज लगातार बिक्री की अफवाहें फैला रहे हैं. हाल के दिनों में प्रमोटर ग्रुप ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. प्रमोटर्स ने शेयर वारंट के जरिए कंपनी में हिस्सा बढ़ाया है. ज़ी ग्रुप के संबंध में ऐसी खबरें फैलाने की साजिश रची जा रही है.
Zee Media दक्षिणी भाषाओं के 4 नए News Channels लॉन्च
हाल ही में एक ट्विटर यूजर अनुराग चतुर्वेदी ने एक फेक रिपोर्ट शेयर की थी. उसने दावा किया था कि ज़ी मीडिया और अडानी एंटरप्राइजेज के बीच एक समझौता हुआ है. अडानी समूह ने एक नकद सौदे में ज़ी मीडिया में हिस्सेदारी खरीदी है.. इस दावे को ज़ी मीडिया कंपनी मैनेजमेंट ने सिरे से खारिज कर दिया था.
पूरी तरह से गलत हैं ऐसी खबरें
गौतम अडानी और सुभाष चंद्रा के बीच अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा ज़ी मीडिया के अधिग्रहण को लेकर चलाई जा रही खबरें गलत हैं. ज़ी ग्रुप ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है, 'जनता और माइनॉरिटी स्टेकहोल्डर्स के व्यापक हित में, हम दोहराना और स्पष्ट करना चाहेंगे कि गौतम अडानी और डॉ सुभाष चंद्र के बीच ऐसा कोई समझौता नहीं है. इन अटकलों से गलत स्टॉक ट्रेडिंग हो रही है और हम इसके पीछे की दुर्भावना को जानते हैं.'
और भी पढ़ें-
Zee Media और अडानी ग्रुप के बीच डील की खबर झूठी और बेबुनियाद, नहीं हुआ कोई समझौता
- Log in to post comments
Zee Media और अडानी ग्रुप के बीच डील की खबरें गलत, सट्टेबाज फैला रहे अफवाह