डीएनए हिंदी: दूनिया की सबसे लोकप्रिय और बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicles) कंपनी टेस्ला (Tesla) के संस्थापक एलन मस्क (Elon Musk) सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट के जरिए कारों पर आयात शुल्क में कटौती के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा हम नही एक सरकारी अधिकारी का कहना है. हालांकि इसे लेकर एलन मस्क ने ट्वीट भी किया है, उन्होंने ट्वीट में कहा है कि, “टेस्ला अभी भी भारत सरकार के साथ बहुत सारी चुनौतियों का सामना कर रहा है.’’
Still working through a lot of challenges with the government
— Elon Musk (@elonmusk) January 12, 2022
इस बारे में एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि एलन मस्क सरकार पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती के लिए दबाव बना रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि फिलहाल टेस्ला जीरो ड्यूटी के साथ अपनी कारों को पूरी तरह से नॉक डाउन (CKD) रूप में ला सकती है और उन्हें भारत में असेंबल और बेच सकती है. अधिकारी ने बताया कि सरकार ने ऑटो सेक्टर, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना लागू की है, जिसके तहत टेस्ला को भारत में उत्पादन करने पर लाभ मिलेगा
सरकार ने टेस्ला पर दिया बयान
सरकार का कहना है कि टेस्ला सोशल मीडिया के जरिए इम्पोर्ट ड्यटी घटाने का दबाव बना रहा है. सरकार ने दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) के उस दावे को ख़ारिज कर दिया है, जिसमें मस्क ने कहा कि उनकी कंपनी टेस्ला देश में अपनी कारों को लॉन्च करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करते समय चुनौतियों का सामना कर रही है. मस्क सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और टेस्ला चाहती है कि देश में उत्पादन करने के लिए प्रतिबद्ध किए बिना भारत में अपनी कारों पर आयात शुल्क कम करे.
सूत्रों के मुताबिक़ पता चला है कि सरकार दबाव की रणनीति के आगे नहीं झुकेगी. उन्होंने कहा कि भारत में इस समय ऑटोमोबाइल (Automobile), विशेष रूप से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Electric Vehicles) के लिए एक पीएलआई योजना (PLI Scheme) है, जिसके तहत टेस्ला को लोकल स्तर पर उत्पादन करने पर लाभ मिलेगा. टेस्ला कारों को 0% ड्यूटी के साथ CKD फॉर्म में ला सकती है और उन्हें भारत में एसेम्बल कर सकती है.
इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने की मांग
भारतीय बाज़ार में प्रवेश करने के लिए टेस्ला इंपोर्ट टैक्स में छूट की मांग कर रही है. उन्होंने सरकार से कहा है कि 40,000 डॉलर से अधिक के वाहनों पर 100% इंपोर्ट टैक्स ‘निषेधात्मक’ है. ज़्यादातर टेस्ला मॉडल की कीमत 40,000 डॉलर से अधिक है, जिसका मतलब है कि कंपनी को पूरा आयात शुल्क का भुगतान करना होगा. बहरहाल, एलन मस्क ने सरकार से आयात शुल्क घटाकर 40% करने को कहा है.
कब तक भारत आएगी टेस्ला की कार?
भारत ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए इम्पोर्ट ड्यूटी ज्यादा रखा है. सरकार ने पहले भी टेस्ला को अपनी कारों का निर्माण लोकल स्तर पर करने के लिए कहा था. हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी.
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टेस्ला की इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती को सरकार पर दबाव बनाने के लिए एलन मस्क ले रहे सोशल मीडिया का सहारा: सरकार