डीएनए हिंदी: गैर कानूनी ढंग से Dish TV पर कब्जे की प्लानिंग कर रहे Yes Bank को लेकर दोनों ही कंपनियों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. इसी बीच कंपनी की AGM 30 दिसंबर को होनी है. इससे पहले ही Dish TV के लिए एक सकारात्मक खबर सामने आई है क्योंकि प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म InGovern ने मैनेजमेंट के प्रस्ताव को सपोर्ट किया है. वहीं कंपनी ने निवेशकों से भी Dish TV के प्रस्ताव को सपोर्ट करने की अपील की है.
इन मुद्दों पर मिला समर्थन
InGovern ने जिन प्रस्तावों का समर्थन किया है उसमें पहला Adoption of Standalone Accounts and Consolidated Accounts (का मुद्दा है. InGovern ने इसके पक्ष में 'FOR' कहा है. इसका मतलब ये है कि उसने प्रस्ताव का समर्थन किया है. InGovern का कहना है कि वित्त वर्ष 2019-20 में भी स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स पर यही राय दी गई थी और FY2020 की AGM में शेयरधारकों ने इसके लिए मतदान किया था. इन्हीं ऑडिट क्वालिफिकेशन को शेयरधारकों ने पारित किया था. FY2020-21 में कोई नई आपत्ति नहीं है.
इसके अलावा InGovern ने अशोक मथई के री-अप्वॉइंटमेंट पर भी अपनी सहमति जताई है. वहीं Ratification of Remuneration of Cost Auditors के मुद्दे पर भी InGovern सकारात्मक है. InGovern का कहना है, ‘प्रस्ताव के मामले में कोई आपत्ति नहीं दिखाई देती है. हम शेयरधारकों से प्रस्ताव का समर्थन करने की सिफारिश करते हैं.’
ये है Dish TV और Yes Bank का विवाद
गौरतलब है कि Dish TV के साथ Yes Bank का विवाद अदालत में पहुंच चुका है. विवाद डिश टीवी की उस 25.6 फीसदी शेयरहोल्डिंग को लेकर है जो यस बैंक के पास है. यस बैंक ने इन शेयरों को लोन रिकवरी के बदले अपने खाते में रखा है. दूसरी तरफ Dish TV के प्रमोटर्स का कहना है कि यस बैंक के डीमैट अकाउंट Demat Account में रखे गए इन 44 करोड़ शेयरों के वास्तविक मालिक वे ही हैं. 23 दिसंबर को Dish TV की प्रमोटर ग्रुप कंपनी ने शेयर ट्रांसफर मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्जी दी थी और अब ये सारा मामला कोर्ट में है.
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