डीएनए हिंदीः सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में 10 लाख से अधिक बैंक कर्मचारी 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल का आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा किया गया है. इस फोरम में देश के बैंकों की 9 यूनियन आती हैं. ऐसे में अगर आपको बैंक की ब्रांच में जाकर कोई काम करवाना है तो आपको परेशानी हो सकती है. इसके बाद अगले दिन शनिवार को बैंकों में काम होगा लेकिन फिर रविवार को सप्ताहिक अवकाश होगा, जिस वजह से शनिवार को बैंकों में काम ग्राहकों की भीड़ ज्यादा होने की संभावना है.
क्यों हड़ताल पर कर्मचारी
आम बजट 2021 के दौरान निर्मला सीतारमण ने आईडीबीआई बैंक समेत दो बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था लेकिन अभी सोमवार को लोकसभा में कहा कि बैंकों के निजीकरण पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. बता दें कि पिछले 4 साल में 14 सरकारी बैंकों का विलय किया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक बैंकिंग अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2021 को केंद्र सरकार ने संसद के मौजूदा सत्र में पेश करने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया हुआ है.
SBI ने अपने ट्विटर पर कर्मचारियों से हड़ताल न करने की अपील की है. बैंक ने ट्वीट में कहा कि कर्मचारियों के इस हड़ताल से स्टेकहोल्डर्स को परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं. हालांकि कर्मचारी यूनियन अपनी बात पर एकजुट हैं. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में हुई सुलह बैठक में, जहां भारतीय बैंक संघ (आईबीए) और वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. यूनियनों ने दोहराया कि अगर केंद्र सरकार उन्हें आश्वासन देती है कि वे संसद में बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 को पेश करने को टाल देंगे, तो वे हड़ताल टाल देंगे.
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