डीएनए हिंदी: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) एक विशेष बचत योजना है जो आपको थोड़े पैसे इन्वेस्ट करने पर उसको अच्छे ब्याज के साथ आपको लौटाती है. जहां एक ओर कई स्कीम की ब्याज दरों में लगातार उतार-चढ़ाव आए हैं वहीं पीपीएफ पर ब्याज दर तीन साल से बरकरार है. इसमें किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है. साल 2020 से पीपीएफ की ब्याज दर 7.1% पर बरकरार है. अप्रैल-जून 2020 की तिमाही में इसकी ब्याज दर में 0.8% की कटौती की गई थी जिसके बाद यह 7.9 से गिरकर 7.1% पर आ गई थी.
महंगाई बढ़ी लेकिन सेविंग पर ब्याज दर नहीं
पिछले कुछ समय में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ गई हैं, लेकिन बचत योजना की दरों का एक जगह पर टिका रहना लोगों में चिंता पैदा कर रहा है. बीते महीने जुलाई 2023 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़कर पिछले 15 महीने में अपने उच्चतम स्तर 7.44 % पर पहुंच गई थी. इसके बावजूद PPF स्कीम के इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ. ऐसे में कई लोग सोच रहें है कि क्या PPF में इन्वेस्ट करना मुनाफे का सौदा है या घाटे का, आइए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है.
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
पीपीएफ ब्याज दर एक गणना है जो यह निर्धारित करती है कि आप अपने पीपीएफ बचत खाते पर कितना पैसा कमा सकते हैं. यह सरकारी प्रतिभूतियों की ब्याज दरों पर आधारित है, जो विशेष बांड की तरह होते हैं जिन्हें सरकार पैसे उधार लेने के लिए बेचती है. सरकार पिछले तीन महीनों में इन सिक्योरिटीज की औसत ब्याज दरों को देखती है और इसका उपयोग यह तय करने के लिए करती है कि आप अपने पीपीएफ खाते पर कितना ब्याज कमा सकते हैं. जहां प्राइवेट सेविंग स्कीम भी आपको 7-8 फीसदी का गारंटी रिटर्न देती है ऐसे में सरकार स्कीम कई ज्यादा बेहतर है इसमें दरों में इजाफा होने पर इन्टरेस्ट बढ़ जाता है वहीं प्राइवेट में ये दरें फिक्स होती हैं. आपने एक बार जिस ब्याज दर पर पॉलिसी ली उसी पर आपका इंटरेस्ट रेट मैच्योरिटी पर मिलेगा.
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पीपीएफ स्कीम के लाभ
पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर लगातार स्थिर होने के बावजूद यह इंटवेस्टमेंट का एक अच्छा ऑप्शन हैं. इसमें आपको EEE टैक्स बेनिफिट मिलता है. इसके अलावा पीपीएफ स्कीम में इंवेस्टमेंट जारी रखने से हाईएस्ट टैक्स स्लैब में यह सबसे अच्छा पोस्ट-टैक्स रिटर्न प्रदान करती है. वहीं SSCS, SSY और MSSC जैसे ऑप्शन हाई रेट्स ऑफर कर सकते हैं क्योंकि उनके पोस्ट-टैक्स रिटर्न पीपीएफ के राइवल नहीं हैं. PPF बैंकों की सवाधि जमा (FD) को सीधे टक्कर देते हुए एक सुरक्षित और स्थिर निवेश का अवसर प्रदान करता है. हर महीने की 5 ताखीख या इससे पहले पीपीएफ स्कीम में इंवेस्ट करने वाले व्यक्ति को डबल बेनिफिट मिलता है.
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3 सालों से PPF की दरों में नहीं हुआ इजाफा, फिर भी इसमें निवेश करना है फायदा का सौदा, जानें वजह