डीएनए हिंदी: गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (G-Sec) का रिटर्न बढऩे के साथ, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) यानी पीपीएफ और दूसरी स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें (Small Saving Schemes Interest Rates) जल्द ही बढ़ सकती हैं. इन दरों की तीन में एक बार समीक्षा की जाती है और इस महीने के अंत तक यह समीक्षा की जानी है. वर्तमान में, पीपीएफ की ब्याज दर (PPF Interest Rates) 7.1 फीसदी है जबकि गवर्नमेंट सिक्योरिटीज यील्ड (G-Sec Yield) पहले ही 7.3 प्रतिशत को पार कर चुकी है. एसएजी इंफोटेक के एमडी अमित गुप्ता ने कहा कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) की ब्याज दर जल्द ही बढ़ाई जा सकती है. आपको बता दें कि बीते 27 महीनों से स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. आखिरी बार इन योजनाओं की दरों में अप्रैल-तिमाही के लिए बदलाव किया गया था.
महंगाई को कम करने में मिलेगी मदद
अमित गुप्ता ने कहा कि स्मॉल सेविंग इंवेस्टमेंट और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज रिटर्न के बीच सीधा संबंध है. उन्होंने कहा कि इसीलिए गवर्नमेंट सिक्योरिटीज की यील्ड में इस बढ़ोतरी से न सिर्फ पीपीएफ पर ब्याज दर बढ़ेगी बल्कि इसका असर स्मॉल सेविंग इंवेस्टमेंट में भी देखने को मिलेगा. ग्रांट थॉर्नटन इंडिया के पार्टनर विवेक अय्यर ने कहा कि विश्व स्तर पर बढ़ती महंगाई एक ऐसी घटना है जो ग्लोबल लेवल पर आम लोगों की सेविंग की सेविंग्स को प्रभावित करती है. मॉनेटरी पॉलिसी की डिमांड के तहत महंगाई को कम करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया जाता है. हालांकि, महंगाई कुछ समय के लिए बनी रह सकती है और पीपीएफ दरों में वृद्धि से आम लोगों की एक्सपेंडिचर पॉवर में इजाफा होगा और महंगाई को कम करने में मदद मिलेगी.
Flipkart Sale: iPhone 13 में देखने को मिलेगी अब तक की सबसे बड़ी छूट, पढ़ें डिटेल
इन योजनाओं की ब्याज दरों में हो सकता है इजाफा
पीपीएफ के अलावा, दूसरे स्मॉल सेविंग में राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), केवीपी, टाइम डिपोजिट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और सुकन्या समृद्धि योजना शामिल हैं. इन स्मॉल सेविंग स्कीम्स में ब्याज दर वितरित दरें हैं और एक अंतराल के साथ गवर्नमेंट सिक्योरिटीज पर बाजार रिटर्न से जुड़ी हैं. यह उम्मीद की जा रही है कि गवर्नमेंट सिक्योरिटीज यील्ड में वृद्धि के साथ, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, टाइम डिपोजिट, केवीपी, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सुकन्या समृद्धि योजना और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सहित स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेशक भी अपने निवेश में वृद्धि देख सकते हैं.
फिच ने आर्थिक ग्रोथ पर दिया भारत को झटका, कहा-अगले वित्त वर्ष में 7 फीसदी से नीचे रहेगी ग्रोथ
पीपीएफ, एसएसवाई और अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) | 7.1 प्रतिशत |
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) | 6.8 प्रतिशत |
एक वर्ष की एफडी स्कीम | 5.5 प्रतिशत |
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (एससीएससी) | 7.4 प्रतिशत |
सुकन्या समृद्धि योजना | 7.6 प्रतिशत |
पांच वर्ष की रिकरिंग डिपोजिट | 5.8 प्रतिशत |
सेविंग डिपोजिट ब्याज दर | 4 प्रतिशत |
एक से पांच साल की फिक्स्ड डिपोजिट | 5.5-6.7 प्रतिशत |
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
27 महीने के बाद PPF, KVP जैसी योजनाएं करा सकती है मोटी कमाई, पढ़ें डिटेल