डीएनए हिंदी: शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर, या श्रम बल के बीच बेरोजगार व्यक्तियों का प्रतिशत अक्टूबर-दिसंबर 2022 के दौरान एक साल पहले इसी अवधि में 8.7 प्रतिशत से घटकर 7.2 प्रतिशत हो गया था. आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (Periodic Labour Force Survey-PLFS) के तिमाही आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत के समान स्तर पर थी. इसी तरह, वर्ष 2021-22 के दौरान सामान्य स्थिति में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए बेरोजगारी दर पिछले वर्ष 2020-21 के दौरान 4.2 प्रतिशत की तुलना में 4.1 प्रतिशत थी.
लगातार समय अंतराल पर श्रम बल डेटा की उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) शुरू किया था.
पीएलएफएस का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों के लिए केवल `वर्तमान साप्ताहिक स्थिति` (CWS) में तीन महीने के कम समय अंतराल में प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (श्रमिक जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना है. यह प्रतिवर्ष ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में `सामान्य स्थिति` और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का भी अनुमान बताता है.
यह भी पढ़ें:
Mutual Fund: SIP में करते हैं निवेश! पहले जान लें ये जरूरी बातें
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
प्राइवेट कंपनियों में हो रही छंटनी लेकिन शहरी क्षेत्रों में घट गई बेरोजगारी की दर, पढ़ें पूरी रिपोर्ट