फरवरी का महीना भारतीय शेयर बाजार (Share Market) के लिए किसी बुरे सपने जैसा रहा है. महीने के आखिरी दिन भी बाजार लाल निशान पर कारोबार कर रहा है. बजट के बाद से गिरावट का दौर जारी है और शुक्रवार को भी मार्केट खुलने के साथ औंधे मुंह गिर गया. बाजार में गिरावट की बात करें, तो वैश्विक और देश के अंदर बन रही परिस्थितियों की वजह से पिछले 5 महीने में मार्केट मंदा ही रहा है. लगातार आ रही गिरावट से निवेशकों के पोर्टफोलियो लाल निशान में चले गए हैं. हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निवेशकों को आश्वासन देते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में बाजार वापस तेजी से भागेगा.
सेंसेक्स में दर्ज की गई भारी गिरावट
शुक्रवार का दिन शेयर बाजार के लिए बड़ी मुसीबत की तरह टूटा है. सेंसेक्स (SENSEX) 686.45 अंक की गिरावट के साथ 73,925.98 पर खुला और दोपहर दो बजे तक यह गिरावट का दौर जारी रहा है. दिन के 2 बजे तक सेंसेक्स में 900 अंकों के करीब गिरावट देखने को मिली है. निफ्टी भी 219.85 अंक की गिरावट के साथ 22,325.20 पर खुला है. इस गिरावट की वजह से बीएसई लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में भी बड़ी गिरावट हुई है. 5.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 387.3 लाख करोड़ रुपये रह गए हैं.
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भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार (28 फरवरी को) मार्केट खुलते ही निवेशकों के 5.8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रुपए डूब गए हैं. वित्त मंत्री ने बाजार के जल्द रफ्तार पकड़ने का दावा किया है, लेकिन पिछले 5 महीनों से जारी गिरावट का दौर अब निवेशकों को डराने लगा है. अमेरिका में सत्ता परिवर्तन और ट्रेड वॉर जैसे हालात ने वैश्विक स्तर पर बाजार को प्रभावित किया है.
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सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन भी शेयर बाजार में कोहराम, कुछ ही घंटों में निवेशकों के डूबे 5.8 लाख करोड़