डीएनए हिंदी: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ध्वस्त होने की कगार पर है. देश में राशन को लेकर मारामारी के कई वीडियोज सामने आ चुके हैं. अब पाकिस्तान देश की खस्ताहालत संभालने के लिए IMF की तरफ टकटकी लगाए हुए है. हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) फिलहाल पाकिस्तान को लेकर सख्त है जिसकी वजह से उसके अपने भी उसकी मदद करने से बच रहे हैं. इस दौरान UAE समेत अन्य कई देश पाकिस्तान को IMF की बातें मानने की सलाह दे रहे हैं. बहरहाल अगर पाकिस्तान IMF की बातें मान भी जाता है तो कुछ ख़ास फंड हासिल नहीं कर पायेगा.

पाकिस्तान से पहले इस देश की हालत हो चुकी है बदहाल

पिछले साल आर्थिक स्तर पर श्रीलंका की हालत भी काफी बदहाल थी जिसके बाद उसे दिवालिया घोषित कर दिया गया. अब पाकिस्तान की हालत भी श्रीलंका जैसी होती हुई दिख रही है. बता दें कि श्रीलंका के दिवालिया होने के पीछे उसके सरकार की नीतियां जिम्मेदार थीं.

मौजूदा समय में पाकिस्तान में महंगाई अपने चरम पर है. लोगों की आमदनी तेजी के साथ घट रही है और खर्चा बढ़ रहा है. ऐसे में सवाल है की अगर पाकिस्तान को IMF से 1 बिलियन डॉलर की सहायता मिल जाती है क्या पाकिस्तान अपने खस्ताहाल से बच पायेगा. दरअसल पाकिस्तान कर्जे के जाल में इस तरह फंस गया है कि उससे उबरना बहुत मुश्किल है. कर्जे से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान लगातार कर्जे पर कर्जा लिए जा रहा है.

पाकिस्तान में रोजमर्रा सामान की क्या कीमत है?

पाकिस्तान में दूध, ब्रेड, दही आटा की कीमतें आसमान छू रही हैं. जिससे आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.  

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Pakistan Economic Crisis is Pakistan standing on the verge of becoming another Sri Lanka IMF
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Pakistan Economic Crisis: क्या दूसरा श्रीलंका बनने की कगार पर खड़ा है पाकिस्तान
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Pakistan Economic Crisis: क्या दूसरा श्रीलंका बनने की कगार पर खड़ा है पाकिस्तान,  IMF से भीख मांगने की आई नौबत