Google for India 2024: भारत में पिछले कुछ सालों में डिजिटल भुगतान का चलन तेजी से बढ़ा है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधों (Cyber Crime) की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में गुरुवार को आयोजित 10वें Google for India इवेंट में गूगल ने Google Pay में नए सुरक्षा फीचर्स जोड़ने की घोषणा की है. गूगल ने बताया कि इन फीचर्स की मदद से पिछले साल से अब तक कंपनी ने भारत में 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को रोका है. साथ ही, 4.1 करोड़ से ज्यादा फर्जी लेनदेन के बारे में लोगों को चेतावनी दी गई है, जिससे भारतीय यूजर्स को साइबर फ्रॉड से बचाया जा सका है.
AI से रोकेगा फर्जी लेनदेन
गूगल की सर्च और AI ट्रस्ट स्ट्रैटेजी की निदेशक, स्निग्धा भारद्वाज ने कहा, 'ये आंकड़े सिर्फ डेटा नहीं हैं, बल्कि उन जिंदगियों की सुरक्षा, व्यवसायों की रक्षा और लोगों के बीच विश्वास बनाए रखने का प्रमाण हैं. साइबर अपराधियों के नए-नए तरीकों से लेनदेन को सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में गूगल ने अपने भुगतान ऐप Google Pay में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से नए सुरक्षा उपाय जोड़े हैं.इस टूल की मदद से लगातार बढ़ रहे फर्जी लेनदेन को तुरंत पहचान करेंगे और फिर यूजर को अलर्ट भेजेंगे. यह फीचर न केवल संदिग्ध ट्रांजेक्शन को रोकेगा, बल्कि फर्जीवाड़े की कोशिश करने वाले स्कैमर्स पर भी कड़ी नजर रखेगा.'
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17 करोड़ से अधिक फर्जी रिव्यू हटाए
गूगल ने बताया कि सिर्फ Google Pay ही नहीं, Google Maps पर भी AI तकनीक का उपयोग करके 17 करोड़ से अधिक फर्जी रिव्यू हटा दिए गए हैं, जो Google Maps की नीतियों का उल्लंघन कर रहे थे. यह कदम यूजर्स को सही जानकारी देने और व्यवसायों के प्रति विश्वास बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है.
गूगल प्ले प्रोटेक्ट हो गया है एक्टिव
गूगल ने यह भी बताया कि उसने Google Play Protect में रियल-टाइम स्कैनिंग जैसी सुविधा को पहले से ही एक्टिव कर दिया है, जिससे आए दिन नए खतरों का तुरंत पता लगाया जा सके. आपको बता दें कि कंपनी ने अब तक 1 करोड़ से भी ज्यादा असुरक्षित ऐप्स की ग्लोबल लेवल पर पहचान कर उन्हें ब्लॉक किया है.
भारतीय यूजर्स के लिए नई सुरक्षा
गूगल ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि वह भारत में एक नया Android Fraud Protection फीचर लॉन्च करने जा रहा है. ऑस टूल के जरिये जब कोई यूजर ब्राउजर, फाइल मैनेजर या मैसेजिंग ऐप के जरिए किसी ऐप को साइडलोड करता है और अगर वह ऐप संवेदनशील इन्फॉर्मेशन मांगता है, तो Google Play Protect उस ऐप की इंस्टॉलेशन को ऑटोमैटिकली ब्लॉक कर देगा.
सिंगापुर में पहले ही यूज हो रहा है ये फीचर
गौरतलब है कि यह फीचर पहले से ही सिंगापुर में छह महीनों से एक्टिव है, जहां इसने 9 लाख से ज्यादा हाई-रिस्क ऐप्स की इंस्टॉलेशन को रोका है. अब यह सेवा जल्द ही भारतीय यूजर्स के लिए भी उपलब्ध होगी, जिससे वे धोखाधड़ी से बच पाएंगे. भारत जैसे देश में, जहां डिजिटल इंडिया के तहत तेजी से कैशलेस इकोनॉमी की ओर कदम बढ़ रहे हैं.इस तरह के सुरक्षा उपाय बेहद महत्वपूर्ण हैं. गूगल का यह कदम लोगों में विश्वास बनाए रखने और साइबर अपराधियों पर लगाम कसने की दिशा में एक बड़ा बदलाव ला सकता है.
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