डीएनए हिंदी: भारतीय रेलवे (Indian Railway) जल्द ही देश की स्वदेशी रूप से विकसित वंदे भारत ट्रेनों में फ्रेट सर्विस (Freight Service in Vande Bharat Train) शुरू करेगी. इस ट्रेन को लॉन्च करने का मुख्य तेजी के साथ कम से कम समय में सेंसीटिव कार्गो को पहुंचाना है. साथ ही सुपर-फास्ट पार्सल सर्विस (Super Fast Parcel Service) भारत की क्षमता को बढ़ाने के साथ देश की इकोनॉमी (Indian Economy) के पहिए को भी रफ्तार देगा. आपको बता दें कि आम लोगों के लिए अलग-अलग रूट पर वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Train) की शुरूआत हो चुकी है.
हितधारकों और संभावित ग्राहकों से होगी बातचीत
रेल मंत्रालय ने रेलवे के सभी महाप्रबंधकों को एक नोट जारी किया है. नोट के मुताबिक, वंदे भारत प्लेटफॉर्म पर फ्रेट ईएमयू का पहला रेक बहुत जल्द लॉन्च किया जाएगा. भारतीय रेलवे ने हितधारकों और संभावित ग्राहकों के साथ उनकी मांगों के साथ संरेखित करने के लिए इस मामले पर चर्चा की है. पहली माल ढुलाई सेवा दिल्ली और मुंबई क्षेत्रों में शुरू की जाएगी. रेलवे नेटवर्क के वरिष्ठ अधिकारियों ने क्षेत्रीय और मंडल स्तरों पर ग्राहकों के साथ चर्चा शुरू की. इन अधिकारियों को जल्द माल ढुलाई सेवाओं को शुरू करने के लिए टर्मिनलों की पहचान करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी.
रेलवे बोर्ड तय करेगा किराया
इसके अलावा वंदे भारत माल ढुलाई सेवाओं को संचालित करने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचे की उपलब्धता और क्षेत्रीय रेलवे के परामर्श से समय सीमा पर काम करने की निगरानी रेल मंत्रालय की है. मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि अधिकारी जल्द से जल्द माल ढुलाई सेवाओं के लिए प्राथमिकता वाले मार्गों की पहचान करेंगे. परामर्श, मांगों और मार्गों के आधार पर एक रिपोर्ट रेलवे बोर्ड के साथ साझा की जाएगी. रेलवे बोर्ड वंदे भारत माल ढुलाई सेवाओं के टैरिफ ढांचे पर काम करेगा.
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160 किमी प्रति घंटे की होगी रफ्तार
वंदे भारत मालगाडिय़ों को 160 किमी प्रति घंटे की गति से कंटेनर ट्रांसपोर्ट के लिए डिजाइन किया जाएगा. मालगाडिय़ों में 1800 मिमी चौड़े रेक, ऑटोमेटिक स्लाइडिंग दरवाजे और तापमान के प्रति संवेदनशील कार्गो के लिए रीफर कंटेनरों को लोड करने का प्रावधान शामिल है. इसके अतिरिक्त, पैलेटों की आसान हैंडलिंग के लिए लॉकिंग सुविधा के साथ न्यूमेटिकली रिट्रैक्टेबल रोलर फ्लोर सिस्टम को इसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जोड़ा जाएगा. वंदे भारत मालगाड़ी सेवाएं 16 कार फॉरमेशंस के लिए कुल 264 टन का पेलोड ले जा सकती हैं. सुपर-फास्ट पार्सल सर्विस के लॉन्च से ग्लोबल रेल कारोबार में गेम चेंजर बनने की संभावना है.
पिछले महीने शुरू हुई थी वंदे भारत 2.0
इससे पहले पिछले महीने गांधीनगर और मुंबई के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च की था. यह ट्रेन उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन में किसी भी तरह की टक्कर से बचने का सिस्टम कवच शामिल है. वंदे भारत 2.0 अधिक प्रगति और बेहतर सुविधाओं से लैस है. इसमें 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति केवल 52 सेकंड में और अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचना. 430 टन के पिछले वर्जन की तुलना में बेहतर वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन होगा. इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी. वंदे भारत एक्सप्रेस भी पर्यावरण के अनुकूल होने जा रही है क्योंकि एसी 15 प्रतिशत अधिक एनर्जी एफिशिएंट होंगे. साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा जो पहले केवल एक्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को प्रदान की जाती थी, अब सभी वर्गों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी.
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