डीएनए हिंदी: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प (India China Tawang Clash) हुई. इस झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बन गई है. इसी बीच चीन की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी Fosun Pharama ने भारत से अपना बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी शुरू कर दी है. यह कंपनी चीन के अरबपति कारोबारी गुओ गुआंगचांग (Guo Guangchang) की है. अब उनके मालिकाना हक वाले फोसुन फार्मा ग्रुप ने ग्लैंड फार्मा (Gland Pharma) से अपनी हिस्सेदारी बेचने का मन बना लिया है. इसके लिए खरीदारों की तलाश भी शुरू कर दी गई है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, फोसुन फार्मा ने बैन कैपिटल, ब्लैकस्टोन, केकेआर, एडवेंट इंटरनेशनल और बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया जैसी कंपनियों से संपर्क किया है. हैदराबाद की ग्लैंड फार्मा में फोसुन फार्मा ने साल 2017 में लगभग 1.1 बिलियन डॉलर खर्च करके 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली थी. अब कहा जा रहा है कि वह जल्द से जल्द खरीदार खोजकर अपनी हिस्सेदारी बेचने का मन बना चुकी है.
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मंदी की आहट से डरी फोसुन फार्मा?
दरअसल, 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने और कंपनी का आईपीओ लॉन्च करने में फोसुन फार्मा ने काफी पैसे खर्च किए हैं. आने वाले समय में मंदी के आसार देखते हुए फोसुन फार्मा अपनी माली हालत अच्छी रखना चाहती है. फिलहाल वह नई पूंजी नहीं जुटा पा रही है ऐसे में वह ग्लैंड फार्मा में अपनी हिस्से बेचना चाहती है. आपको बता दें कि दवाएं बनाने वाली कंपनी ग्लैंड फार्मा लगभग 60 देशों में अपना कारोबार करती है.
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फोसुन की हिस्सेदारी बिकने की खबरें आते ही ग्लैंड फार्मा के शेयर के दामों में तेजी आ गई है. मंगलवार को शेयर मार्केट खुलने के समय ग्लैंड फार्मा के शेयर 1725 रुपये पर थे. दिन में इसकी अधिकतम कीमत 1755.70 रुपये तक पहुंच गई थी. बता दें कि इस कंपनी ने साल 2022 में 1,212.16 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था.
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तवांग में झड़प के बाद बढ़ा तनाव, चीन की फोसुन फार्मा कंपनी ने कर ली भारत छोड़ने की तैयारी