लोन के बढ़ते बोझ से परेशान लोग ब्याज दरों में कमी की उम्मीद कर रहे थे,लेकिन रिजर्व बैंक की ओर से उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा है.आरबीआई ने रेपो रेट में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की, जिससे अब कर्ज लेने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसके बाद HDFC बैंक ने भी अपने ग्राहकों को एक और झटका दिया है.

MCLR दरों में 5 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा 

एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपनी ब्याज दरों में बदलाब  करते हुए अलग-अलग समय  के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स (MCLR) को बदल दिया है. बैंक ने एमसीएलआर दरों में 5 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि की है, जिसका सीधा असर कर्ज लेने वालों पर पड़ेगा. नई दरें 7 सितंबर 2024 से लागू कर दी गई हैं. एचडीएफसी बैंक ने लोन की ब्याज दरों में 5 बेसिस पॉइंट की वृद्धि की है, जिसके तहत तीन महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर 9.30% हो गई है, जो पहले 9.25% थी. छह महीने के लिए नई दर 9.30%, एक साल के लिए 9.45%, और दो साल के लिए 9.45% ब्याज दर लागू होगी.


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कर्ज लेने वालों पर होगा सीधा असर

बैंक के इस फैसले से होम, कार और एजुकेशन लोन लेने वाले लोगों को अब ज्यादा ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है, जिससे उनकी ईएमआई में बढ़ोतरी होगी और कुल मिलाकर ब्याज का बोझ बढ़ जाएगा. बता दें कि न केवल एचडीएफसी, बल्कि भारतीय स्टेट बैंक ने भी पिछले महीने विभिन्न अवधियों के लिए ब्याज दरों में 10 बेसिस प्वाइंट्स की वृद्धि की थी. इसके अलावा, केनरा बैंक, यूको बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने लोन महंगे कर दिए हैं.

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कर्जदारों पर बैंकों का दोहरी मार, लोन हुआ महंगा, सरकारी बैंकों के बाद अब HDFC
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कर्जदारों पर दोहरी मार, लोन हुआ महंगा, सरकारी बैंकों के बाद अब HDFC ने भी बढ़ाई ब्याज दर

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