डीएनए हिंदी: पांच राज्यों की चुनावी प्रक्रिया अब अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. यूपी में अब सिर्फ दो चरणों का मतदान बाकी है जबकि अन्य चार राज्यों में मतदान संपन्न हो चुका है. पूरे देश की नजर इस समय उत्तर प्रदेश पर है. सभी जानना चाहते हैं कि राज्य में इसबार योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सरकार बनाएंगे या फिर अखिलेश यादव की सोशल इंजीनियरिंग धमाल करेगी.
पांच राज्यों के चुनाव परिणाम से महज 10 दिन पहले Zee News के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से यूपी, पंजाब सहित पांच राज्यों के चुनाव और इनसे जुड़े मुद्दों पर बात की है.
पढ़ें- एक नहीं इस बार चार 'अखिलेश यादव' हैं मैदान में, क्या बदलेंगे जीत के समीकरण?
सुधीर चौधरी ने इंटरव्यू में जेपी नड्डा से यूपी में मुस्लिम वोट, अखिलेश की सोशल इंजीनियरिंग और कुमार विश्वास द्वारा केजरीवाल पर लगाए गए आरोपों सहित कई महत्वपूर्ण सवाल किए हैं. इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए आपको रात 10 बजे जी न्यूज पर जेपी नड्डा का इंटरव्यू देखना होगा.
इंटरव्यू के कुछ अंश
सवाल- आपने केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक होने का आरोप लगाया. क्या केंद्र सरकार इसकी जांच करेगी?
जवाब- हमने केजरीवाल पर कोई आरोप नहीं लगाया. उनके पुराने मित्र ने लगाया है. केंद्र सरकार इसकी जांच करेगी. जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं. केजरीवाल ने अभी तक इसका खंडन नहीं किया है. यह गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है और यह देश के लिए बहुत खतरनाक है.
सवाल- मुस्लिम वोटर आपके साथ क्यों नहीं आया? क्या आपको लगाता है बीजेपी 80 नंबर का attempt करती है जबकि आपके विरोधी 100 नंबर का attempt करते हैं?
जवाब- हम तो 100 नंबर का प्रयास करते हैं. इसीलिए हमारी भाषा में सबको साथ लेकर चलने की बात होती है. यह हम जानते हैं कि 20 नंबर का उत्तर हमें नहीं मिल सकता है या हमारे फेवर का नहीं जा सकता है लेकिन हमारे विरोधी तो 20 फीसदी का ही प्रयास करते हैं.
सवाल- अखिलेश की सोशल इंजीनियरिंग का मुकाबला भाजपा के इंजीनियर नहीं कर पाए?
उत्तर- अखिलेश यादव ने हमेशा सोशल इंजीनियरिंग की. पहले कांग्रेस, फिर बीएसपी और अब रालोद के साथ संबंध जोड़ा. ये लोग राजनीति को गणित की तरह लेते हैं और जोड़-घटा करते हैं. ये भूल जाते हैं कि राजनीति केमिस्ट्री है. नेता मिल सकते हैं, पार्टियां मिल सकती हैं लेकिन वोटर नहीं मिलता है.
पढ़ें- 'Amit Shah के कमरे में तय होते हैं BSP उम्मीदवार, मायावती का मकसद BJP की मदद करना'
(हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.)
- Log in to post comments