डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अपने आप में बेहद खास है. वाराणसी के 5 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है वाराणसी साउथ सीट. इस सीट को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ भी कहा जाता है. दरअसल साल 1989 से लेकर 2017 तक हर चुनाव में यहां भाजपा का कमल ही खिला है. निलकंठ तिवारी यहां के मौजूदा विधायक हैं.
श्याम देव राय चौधरी ने जीते 7 चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और यूपी सरकार के पूर्व मंत्री श्याम देव राय चौधरी इस सीट से 7 बार चुनाव जीत चुके हैं. 1989 से लेकर 2012 तक उन्हों ही वाराणसी साउथ में भाजपा का परचम लहराया है. पिछले चुनाव में भाजपा ने इस सीट से निलकंठ तिवारी (Neelkanth Tiwari) को उतारा था. निलकंठ तिवारी ने यहां 17 हजार मतों से जीत दर्ज की.
क्या रहा पिछले चुनाव का परिणाम
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन था. इस चुनाव में कांग्रेस ने राजेश मिश्रा को उतारा था जबकि बसपा की तरफ से राकेश त्रिपाठी मैदान में थे. भाजपा के नीलकंठ तिवारी को चुनाव में 92,560 वोट मिले जबकि कांग्रेस के राजेश मिश्रा 75,334 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. बसपा प्रत्याशी को यहां सिर्फ 5922 वोट मिले.
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
नीलकंठ तिवारी | भाजपा | 92,560 |
राजेश मिश्रा | कांग्रेस | 75,334 |
राकेश त्रिपाठी | बसपा | 5922 |
डॉ संपूर्णानंद भी रहे यहां के विधायक
वाराणसी साउथ विधानसभा सीट से कई दिग्गज भी विधायक रहे हैं. आजादी के बाद यहां सोशलिस्ट पार्टी राजनारायण और कांग्रेस के संपूर्णानंद विधायक बने. संपूर्णानंद यूपी के सीएम भी रहे. 1969 में यहां जनसंघ ने खाता खोला और सचींद्र नाथ बख्सी विधायक बने. इसके बाद ही इस विधानसभा सीट पर भाजपा की पकड़ मजबूत होती चली गई और 1989 से अबतक यहां लगातार भाजपा को जीत मिलती रही.
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