डीएनए हिंदी: हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट उत्तराखंड के गठन के बाद से ही बेहद अहम रही है. पिछले चुनाव में कांग्रेस के सीएम हरीश रावत को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार कांग्रेस ने इस सीट पर रावत की बेटी को टिकट दिया है. देखना है कि इस चुनाव में वह पिता की हार का बदला ले पाती हैं या बीजेपी फिर जीत हासिल करेगी.
इस बार मुकाबला द्विपक्षीय लग रहा है
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट पर यूं तो आम आदमी पार्टी और बीएसपी ने भी उम्मीदवार उतारा है लेकिन मुकाबला मुख्य तौर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है. चुनाव से कुछ दिन पहले बीएसपी ने उम्मीदवार बदला है और इसके बाद से मुकाबला और भी जटिल माना जा रहा है. कांग्रेस ने रावत की बेटी अनुपमा रावत को टिकट दिया है. बीजेपी ने मौजूदा विधायक यतीश्वरानंद को टिकट दिया है. बीएसपी ने आखिरी वक्त पर उम्मीदवार बदल दिया है. पहले बीएसपी ने यहां से दर्शन शर्मा को टिकट दिया था लेकिन अब यूनुस अंसारी को टिकट दिया है.
2017 के चुनावों में ऐसी रही थी स्थिति:
पार्टी | उम्मीदवार | वोट | वोट प्रतिशत |
बीजेपी | यतीश्वरनंद | 44964 | 45.78% |
हरीश चंद्र सिंह रावत | कांग्रेस | 32686 | 33.28% |
मुकर्रम | बीएसपी | 18383 | 18.72% |
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यतीश्वरानंद लगाएंगे जीत की हैट्रिक
यतीश्वरानंद इस सीट से लगातार 2 बार विधायक चुने गए हैं. बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया है और वह भी चुनाव प्रचारों में जीत का दावा कर रहे हैं. उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी ने हर उम्मीदवार को बहुत परखकर टिकट दिया है. यतीश्वरानंद को यहां से टिकट मिलने की खास वजह है कि वह क्षेत्र में बतौर विधायक सक्रिय रहते हैं और हरिद्वार ग्रामीण की मिली-जुली आबादी के लिहाज से वह पार्टी के लिए मुफीद उम्मीदवार हैं.
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