डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने राज्य में सत्ता के पक्ष में लहर चलने का दावा करते हुए सोमवार को कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा मौजूदा विधानसभा चुनाव में जीत के पिछले तमाम रिकॉर्ड ध्वस्त कर देगी. दिनेश शर्मा ने PTI को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें विधानसभा चुनाव नहीं लड़ाने का फैसला पार्टी नेतृत्व का था. उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा इस बार अपनी जीत के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है और प्रदेश में इस बार सत्ता विरोधी नहीं बल्कि उसके पक्ष में लहर चल रही है.
'मिल रहा जनता का भारी समर्थन'
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार के अच्छे कार्यों की वजह से भाजपा को सभी जगह से जनता का भारी समर्थन मिल रहा है. उन्होंने दावा किया कि इस बार पार्टी ही नहीं, बल्कि जनता भी भाजपा के लिए चुनाव लड़ रही है, जनसभाओं में उमड़ने वाली जबरदस्त भीड़ इसे जाहिर करती है.
अबतक 150 जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं दिनेश शर्मा
लखनऊ के महापौर रह चुके शर्मा के इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. इस बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी का निर्णय अंतिम होता है और वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं तथा विधान परिषद में उनका कार्यकाल वर्ष 2027 तक है. भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल दिनेश शर्मा ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के 75 में से 64 जिलों का दौरा किया है और 150 से ज्यादा चुनावी सभाओं को संबोधित किया है.
क्या योगी को सीएम उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर थे मतभेद?
जब दिनेश शर्मा से सवाल किया गया कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को एक बार सीएम उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भाजपा के अंदर कोई मतभेद था, तो उन्होंने कहा, "विपक्ष में मतभेद हो सकते हैं लेकिन हमारी पार्टी में नेतृत्व की तरफ से सिर्फ दिशा निर्देश दिए जाते हैं, जिनका पालन करना होता है. जहां तक योगी जी का सवाल है तो वह मुख्यमंत्री पद के हमारे उम्मीदवार हैं और हर कोई उन्हीं के नाम पर वोट मांग रहा है."
ब्राह्मणों की नाराजगी पड़ेगी भारी?
ब्राह्मण समाज से आने वाले दिनेश शर्मा ने ब्राह्मण समुदाय में भाजपा को लेकर नाराजगी से संबंधित एक सवाल पर कहा "ब्राह्मण भाजपा के परंपरागत मतदाता हैं और वह कभी इस पार्टी से नाराज नहीं हो सकते. भाजपा ने नैमिषारण्य धाम, विंध्याचल धाम, मथुरा और अयोध्या के सौंदर्यीकरण का काम किया है. विपक्ष ब्राह्मणों पर यह सोच कर डोरे डाल रहा है कि वे भाजपा से नाराज हैं."
बेरोजगारी के मुद्दे से कैसे निपटेगी भाजपा?
उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ने के विपक्ष के आरोप पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में जब भाजपा सत्ता में आई थी तब राज्य में बेरोजगारी दर 17.4 फीसद थी जो अब घटकर 4.9% हो गई है. सरकार नौजवानों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्पित है. इस सवाल पर कि कौन सी पार्टी भाजपा के साथ मुख्य मुकाबले में है, शर्मा ने दावा किया कि सपा, बसपा, कांग्रेस और AIMIM दूसरे स्थान के लिए संघर्ष कर रही हैं और वे सभी एक साथ मिल जाएं तो भी 100 सीटें नहीं हासिल कर पाएंगी.
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