डीएनए हिंदी: पंजाब चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून की वकालत की है. उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून का मकसद किसी को परेशान करना नहीं होना चाहिए. बता दें कि बीजेपी का स्टैंड हमेशा से यही रहा है और पंजाब चुनाव से पहले कम से कम इस मुद्दे पर केजरीवाल ने भी बीजेपी की ही लाइन पकड़ी है.
धर्म परिवर्तन पर कही बड़ी बात
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव अभियान के दौरान जालंधर में कहा कि धर्म पूरी तरह से निजी मामला है. देश के हर नागरिक को अपनी-अपनी मान्यताओं के हिसाब से पूजा करने का अधिकार है. धर्म परिवर्तन के खिलाफ निश्चित रूप से कानून बनना चाहिए. इतना ध्यान रहे कि इसका इस्तेमाल गलत रूप से किसी को धमकाने के लिए नहीं होना चाहिए. धर्म परिवर्तन की आड़ में किसी को डराना गलत है.
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पंजाब में बनिया वोट का किया जिक्र
धर्म और जाति की राजनीति से खुद को अलग दिखाने का दावा करने वाले दिल्ली के सीएम को पंजाब में अपनी जाति की याद आई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में बनिया को पहले बीजेपी का वोट बैंक माना जाता था. मैं खुद बनिया हूं लेकिन दिल्ली के बनिया वोटरों ने मुझे कभी वोट नहीं दिया था. अब देने लगे हैं क्योंकि 5 साल में हमने सबका दिल जीता है. हमने कभी इनको डराया नहीं है.
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पंजाब की जनता से मांगे 5 साल
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में हमें 5 साल देकर देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली ने हमें 5 साल काम करने का मौका दिया था. उन्होंने कहा, '5 साल में हमने सबका दिल जीता है और फिर दिल्ली ने हमें दोबारा मौका दिया है. मैं अब पंजाब के लोगों से अपील करता हूं कि वो भी हमें काम करने का मौका दें. हम पंजाब के लोगों के लिए काम करेंगे और उनका भी दिल जीतेंगे.'
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