डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को हराने के लिए विपक्ष की सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि विपक्ष पूरी तरह बिखरा हुआ है. तीसरी बार जीत के बाद भले ही ममता बनर्जी खुद को विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा मान रही हों किन्तु एक सत्य ये भी है कि ममता की बढ़ी ताकत के कारण ही विपक्ष और बिखर गया है. ऐसे में Goa Elections 2022 के पहले कांग्रेस पर लगातार हमलावर आम आदमी पार्टी और टीएमसी के खिलाफ कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम भड़क गए हैं और उन्होंने इन दोनों को ही भाजपा की मददगार तक बता दिया है.
वोट काट रही है AAP और TMC
Goa Elections 2022 से पहले राज्य में कांग्रेस का संगठन बिखरा पड़ा है. पार्टी के 17 विधायकों में से 14 पार्टी छोड़ चुके हैं. ऐसे में टीएमसी और आप के भी खड़े होने को लेकर कांग्रेस में असहजता की स्थिति है. Goa Elections 2022 को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा, " गोवा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) गैर भारतीय जनता पार्टी (BJP) वोटों में सेंध लगा रही हैं और भाजपा को केवल कांग्रेस ही हरा सकती है."
गोवा में पार्टी के पर्यवेक्षक हैं चिदंबरम
गौरतलब है कि पिछले चुनावों में नतीजे आने के बाद राज्य में पार्टी की सरकार बनते-बनते रह गई थी, इसमें उस समय के पर्यवेक्षक दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार माना गया था. ऐसे में इस बार पार्टी ने पर्यवेक्षक का पद पी चिदंबरम को दिया है. वहीं पार्टी छोड़ने वाले विधायकों को लेकर उन्होंने कहा, "पार्टी और मतदाताओं के प्रति निष्ठा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन की पहली कसौटी है. उम्मीद है कि जीतने के बाद ऐसे उम्मीदवार पार्टी और मतदाताओं दोनों के प्रति निष्ठावान रहेंगे."
कांग्रेस ही हरा सकती है चुनाव
चिदंबरम ने अन्य विपक्षी दलों की गोवा में राजनीतिक स्थिति को लेकर कहा, "केवल कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जिसकी गोवा में सभी 40 विधान सभा क्षेत्रों में गहरी जड़े हैं और जनता जानती है कि केवल कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसमें भाजपा के ‘धनबल और राज्य सत्ता के दुरुपयोग’ के बावजूद पार्टी को हराने का दम है." इस बयान से उनका निशान आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस है जो कि राज्य में ताल ठोंक रही हैं.
मजबूत है कांग्रेस
गौरतलब है कि कांग्रेस के विधायक रोजिनाल्डो हाल ही में टीएमसी में गए हैं. ऐसे वक्त में टीएमसी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "कांग्रेस के 99% कार्यकर्ता कांग्रेस के साथ हैं. मैं इससे दुखी नहीं हूं कि रेजिनाल्डो लौरेंको तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. तृणमूल कांग्रेस ने हारने वाले उम्मीदवार को हमारे हाथ से ले लिया है और अगर वह उन्हें चुनाव में खड़ा करती है तो वह हारने वाले उम्मीदवार साबित होंगे."
ध्यान देने वाली बात ये भी है कि कांग्रेस की पिछले चुनावों में 17 सीटें आईं थीं और इनमें से 80 प्रतिशत विधायक भाजपा और टीएमसी में जा चुके हैं. कांग्रेस को उम्मीद थी कि इस बार उसे बीजेपी के खिलाफ 10 साल की सत्ता विरोधी लहर का लाभ मिलेगा किन्तु अब टीएमसी और आप के आने के बाद पार्टी को डर है कि Goa Elections 2022 में वोट बैंक में होने वाला ये बिखराव भाजपा के लिए फायदे का सौदा हो सकता है.
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