डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की 7 सीटों में से एक सीट है मेरठ शहर, जिसपर साल 2017 में सपा ने जीत हासिल की थी. मेरठ जिले की 7 सीटों में से भाजपा के हाथ सिर्फ मेरठ शहर की सीट ही नहीं लगी थी. मौजूदा समय में इस सीट पर सपा से रफीक अंसारी विधायक हैं. वहीं भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल मेरठ शहर से सांसद हैं. इस सीट पर पहले चरण में 10 फरवरी को मत डाले जाएंगे.
2017 में कुछ ऐसे थे परिणाम
2017 के चुनावों में इस सीट से सपा के रफीक अंसारी ने 1,03,140 मतों के साथ जीत हासिल की थी. दूसरे नबंर पर रही भाजपा के डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी रहे, जिन्हें 74320 मत प्राप्त हुए जबकि बसपा के पंकज जौली को 12,617 मत और ज्ञानेन्द्र शर्मा को 625 मत प्राप्त हुए.
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साल 2012 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में भाजपा से डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने जीत हासिल की थी. उन्होंने समाजवादी पार्टी के रफीक अंसारी को हराया था. लक्ष्मीकांत बाजपेई को 68,154 और रफीक अंसारी को 61.876 वोट मिले थे.
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
रफीक अंसारी | सपा | 1,03,217 |
लक्ष्मीकांत वाजपेयी | भाजपा | 74,448 |
पंकज जौली | बसपा | 12,636 |
जानिए उम्मीदवारों के नाम
इस साल मेरठ शहर के उम्मीदवारों की लिस्ट में सपा से रफीक अंसारी, भाजपा से कमल दत्त शर्मा, ओवैसी की पार्टी AIMIM से इमरान अंसारी, BSP से दिलशाद शौकत और कांग्रेस से रंजन शर्मा चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इस सीट पर भाजपा के डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने सर्वाधिक चार बार जीत दर्ज की है.
क्या कहते हैं जातीय समीकरण
मेरठ शहर में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. वहीं इस सीट पर वैश्य, ब्राह्मण, ठाकुर, अनुसूचित जाति के मतदाताओं की भी संख्या ज्यादा है. मेरठ शहर में 1.70 लाख से अधिक मुस्लिम और 1.40 लाख हिंदू मतदाता हैं. इस सीट पर जाट, गुर्जर, त्यागी को बड़ा फैक्टर नहीं माना जाता है. मेरठ में लगभग तीन लाख मतदाता हैं, जिनमें 1 लाख 66 हजार पुरुष और 1 लाख 36 हजार महिला मतदाता शामिल हैं.
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