डीएनए हिंदीः पश्चिमी यूपी के प्रमुख जिले मेरठ में कुल 7 विधानसभा सीटें हैं. इन्हीं सीटों में से एक है मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट. मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट 2012 में हुए परिसीमन का बाद अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर अब तक 2 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें भाजपा ने जीत दर्ज की है. मेरठ दक्षिण सीट पर पहले चरण में 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे.
ऐसी बनी मेरठ दक्षिण
1962 में देहात नाम से एक विधानसभा सीट बनी थी, जिसका 1974 में नाम बदलकर खरखौदा विधानसभा दिया गया था. 2012 में हुए परिसीमन में खरखौदा सीट खत्म हो गई. खरखौदा और शहर के इलाके को मिलाकर नई सीट बनाई गयी जिसका नाम मेरठ दक्षिण रखा गया.
पढ़ें- Punjab Election: कैप्टन के हटने के बाद किसे CM बनाना चाहते थे कांग्रेस विधायक? सुनील जाखड़ ने बताया
जानिए 2017 के परिणाम
2017 के विधानसभा चुनावों में मेरठ दक्षिण (Meerut South) में कुल 41.81 प्रतिशत वोट पड़े थे. भाजपा के डॉक्टर सोमेंद्र तोमर ने बसपा के हाजी मोहम्मद याकूब को 35,395 वोटों के मार्जिन से हराया था. डॉक्टर सोमेंद्र तोमर को 113,225 वोट और हाजी मोहम्मद याकूब को 77,830 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस के मोहम्मद सेफी 69,117 वोटों का साथ तीसरे नंबर पर और रालोद के पप्पू गुर्जर 5,462 वोटों के साथ चौथे नबंर पर रहे थे. 2012 के चुनावों में भाजपा के रविंद्र भड़ाना ने 71,584 वोटों के साथ जीत हासिल की थी. उन्होंने सपा के हाजी राशिद अखलाक को हराया था जिन्हें 61,800 वोट प्राप्त हुए थे.
पढ़ें- कौन है कितना अमीर? Punjab के नेताओंं की सम्पत्ति का लेखा-जोखा!
प्रत्याशी | पार्टी | वोट |
सोमेंद्र तोमर | भाजपा | 1,13,225 |
हाजी मोहम्मद याकूब | बसपा | 77,830 |
मोहम्मद आजाद सैफी | कांग्रेस | 69,117 |
जातीय समीकरण
मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य सीट मानी जाती है. अनुसूचित जाति के मतदाताओं भी इस सीट पर बड़ी संख्या में हैं. वहीं जाट, गुर्जर, ब्राह्मण वोटर इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस साल के चुनावों के लिए भाजपा ने मौजूदा विधायक सोमेंद्र तोमर को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने नफीस सेफी को प्रतयाशी बनाया है. जबकि सपा की तरफ से मोहम्मद आदिल और बसपा की तरफ से कुंवर दिलशाद अली चुनाव लड़ेंगे.
- Log in to post comments