डीएनए हिंदी: अखिलेश यादव की पार्टी के पक्ष में चुनाव करने के लिए वाराणसी पहुंची बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विरोध का सामना करना पड़ा है. ममता बनर्जी को वाराणजी में एक समूह ने काले झंडे दिखाए और उनके काफिले के गुजरते समय 'जय श्रीराम' के नारे लगाए.
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ एक चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी. इस रैली में रालोद के मुखिया जयंत चौधरी भी शिरकत करेंगे.
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बुधवार को ममता बनर्जी को उस समय विरोध का सामना करना पड़ा जब वह 'गंगा आरती' में शामिल होने के लिए दशाश्वमेध घाट की ओर बढ़ रही थीं, तभी चेतगंज चौराहे पर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले के सामने काले झंडे दिखाकर नारेबाजी शुरू कर दी.
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इस दौरान ममता बनर्जी अपने वाहन से उतरीं और कुछ देर सड़क पर खड़ी रहीं. आगे बढ़ने पर उन्हें गदोलिया पर भी विरोध का सामना करना पड़ा, जहां भाजपा के समर्थकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और "ममता बनर्जी वापस जाओ" के नारे लगाए. प्रदर्शन कर रहे युवकों ने 'जय श्री राम' के नारे भी लगाए.
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आपको बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना लगभग दो दशक पहले भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी. इलाके में तैनात पुलिस बल प्रदर्शन कर रहे युवकों के हाथ से काले झंडे छीनने के लिए दौड़े और उन्हें वहां से खदेड़ दिया.
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