डीएनए हिंदी: वाराणसी विधानसभा की सभी सीटों पर बीजेपी पूरा जोर लगा रही है. पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र होने की वजह से बीजेपी के लिए यह सम्मान की लड़ाई है. वाराणसी नॉर्थ सीट पर बीजेपी इस बार जीत की हैट्रिक की उम्मीद में है. हालांकि 2012 से पहले तक यह सीट एसपी का गढ़ मानी जाती थी और 3 बार लगातार यहां से समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी.
बीजेपी ने रवींद्र जायसवाल पर दिखाया भरोसा
2017 के चुनावों में यहां से रवींद्र जायसवाल ने जीत दर्ज की थी. इस बार भी बीजेपी ने उन पर भरोसा दिखाया है. आम आदमी पार्टी ने इस बार यहां से आशीष जायसवाल को उतारा है. समाजवादी पार्टी ने अशफाक डब्लू को टिकट दिया. अशफाक वाराणसी में काफी समय से सक्रिय हैं और पेशे से होटल कारोबारी हैं. इससे पहले वह वाराणसी साउथ से चुनाव लड़ चुके हैं. यहां सातवें और अंतिम फेज में वोट डाले जाएंगे.
इस बार जीते तो जायसवाल की हैट्रिक होगी
वाराणसी नॉर्थ की सीट पर जीत का सिलसिला ऐसा रहा है कि एक बार कोई पार्टी जीतती है तो वह लगातार जीतती है. कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट पर 1989 में बीजेपी के अमरनाथ यादव ने जीत दर्ज की थी. यादव ने 1993 तक लगातार 3 चुनावों में जीत हासिल की थी. 1996 में समाजवादी पार्टी ने पहली बार यहां से जीती थी. 2007 तक इस सीट पर उसी का कब्जा रहा था. 2012 और 2017 में रवींद्र जायसवाल लगातार जीते हैं. अगर इस बार भी वह जीतते हैं तो जीत की हैट्रिक होगी.
बीजेपी का गढ़ है यह इलाका
वाराणसी नॉर्थ में बीजेपी के पक्ष में कई बातें जाती हैं. एक तो यह शहरी इलाका है और यहां बड़ी संख्या में कारोबारी जमात रहती है. दूसरा पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है इसलिए पीएम के चेहरे का लाभ मिलना भी तय है. यूपी चुनाव में बहरहाल वाराणसी की 8 विधानसभा सीटों के नतीजे पर पूरे देश की नजर रहेंगी.
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