डीएनए हिंदी: चुनाव आयोग द्वारा UP Election 2022 के ऐलान के बाद अचानक BJP छोड़ने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब मुसीबत में घिर गए हैं. दरअसल, एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने को लेकर अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है. उन्हें मंगलवार को कोर्ट के सामने पेश होना था लेकिन ऐसा न करने पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है. 

मुश्किल में स्वामी प्रसाद मौर्य 

दरअसल, स्वामी के खिलाफ चल रहा ये मामला साल 2014 का है. उन पर देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप है. इस मामले में कोर्ट के अपर मुख्य मजिस्ट्रेट ने आरोपी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है.

गौरतलब है कि एमपी-एमएलए अदालत ने 6 जनवरी को स्वामी को 12 जनवरी को पेश होने के लिए कहा था और जब वह पेश नहीं हुए तो यह गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था.  खबरों के मुताबिक, पूर्व मंत्री के खिलाफ यह कोई नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है. वारंट पहले ही जारी हो चुका था लेकिन उन्होंने 2016 से गिरफ्तारी पर हाई कोर्ट से स्टे ले रखा है और वो 6 जनवरी तक ही प्रभावी था.

पार्टी छोड़ते ही बढ़ी मुश्किलें 

ध्यान देने वाली बात यह है कि UP Election 2022 के ऐलान और आचार संहिता लागू होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अचानक ही योगी सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए सरकार पर पिछड़ों की आवाज दबाने के आरोप लगाए थे. उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.

वहीं इसके तुरंत बाद ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और यह घोषणा भी की है कि वो 14 जनवरी को आधिकारिक तौर पर समाजवादी पार्टी का दामन थामेंगे. ऐसे में सपा में शामिल होने से पहले ही उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हो चुका है.

Url Title
UP Election 2022 swami prasad maurya arrest warrant mp mla court
Short Title
धार्मिक भावनाएं भड़काने से जुड़े केस में बढ़ी मुश्किलें
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Shocked by the defeat, Swami Prasad Maurya gave a big statement, said - Snake and Nag defeated
Date updated
Date published