डीएनए हिंदी: पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (5 States Assembly Polls) को लेकर चढ़ते चुनावी पारे के बीच आ रहे Opinion Polls लोगों की धड़कनें बढ़ा रहे हैं. ये सभी ओपिनियन जनता का माहौल बता रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) को लेकर ओपिनियन पोल भाजपा की तरफ झुकते नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को ये सभी ओपिनियन पोल रास नहीं आ रहे हैं जिसके चलते पार्टी ने इलेक्शन कमीशन से इन पर रोक लगाने की मांग की है.
सपा नेता ने लिखा पत्र
दरअसल, सपा ने विभिन्न समाचार चैनलों पर दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल के प्रसारण पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है. समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर विभिन्न समाचार चैनल द्वारा दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है.
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भ्रमित करने का लगाया आरोप
सपा अध्यक्ष ने जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने पत्र में कहा, “उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा के बाद से कई चैनल ओपिनियन पोल दिखा रहे हैं जिससे मतदाता भ्रमित हो रहे हैं और चुनाव प्रभावित हो रहा है. यह कार्य आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है.” इसके साथ ही अपने पत्र में पटेल ने मांग की है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक चुनाव सम्पन्न कराने के लिए न्यूज चैनल द्वारा दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए.
सपा हो रही है मजबूत
गौरतलब है कि UP Election 2022 के लिए टीवी चैनल्स जो ओपिनियन पोल दिखा रहे हैं उनमें सपा का प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले बेहतरीन दिख रहा है. इसके साथ ही भाजपा की सीटें भी कम होती दिख रही हैं. हालांकि अधिकतर ओपिनियन पोल भाजपा की जीत का ही अनुमान लगा रहे हैं जो कि सपा को रास नहीं आ रहा है. ऐसे में संभव है कि इन्हीं कारणों से सपा ओपिनियन पोल के खिलाफ है.
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