डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) में वोटिंग के दौरान मतदाताओं को मोबाइल (Mobile) अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है. ऐसे में अब बीजेपी (BJP) ने मांग की है कि चुनाव आयोग (Election Commission) लोगों को मोबाइल ले जाने की अनुमति दे. इसके साथ ही बीजेपी ने कहा है कि जिन लोगों को मोबाइल के कारण वोटिंग से बाहर किया जाता है वो मुश्किल से ही दोबारा वोटिंग के लिए हैं.
बीजेपी ने की मोबाइल बैन हटाने की मांग
दरअसल, उत्तर प्रदेश चुनावों में वोटिंग के दौरान मोबाइल लाने को लेकर बीजेपी ने एक बड़ी मांग की है. बीजेपी ने अनुरोध किया है कि वह मतदान स्थल पर मतदाताओं को स्विच ऑफ करके मोबाइल रखने की अनुमति प्रदान करें. ऐसा न होने पर प्रत्येक बूथ के बाहर हेल्प डेस्क या बीएलओ के पास फोन जमा करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इसको लेकर बीजेपी ने कुछ महत्वपूर्ण तर्क भी दिए हैं.
शुक्रवार को इस संबंध में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री एवं चुनाव प्रबंधन प्रभारी जेपीएस राठौर ने चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक अखिलेश अवस्थी और सह-संयोजक नितिन माथुर व प्रखर मिश्र के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग से मिले प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से अलग से निर्देश जारी किए जाने की मांग उठाई है.
वापस नहीं आते हैं मतदाता
इस मांग को लेकर बीजेपी नेताओं ने बताया कि बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मी मोबाइल के साथ मतदाता को मत डालने की अनुमति नहीं देते हैं. मतदाता से फोन वापस रखकर आने को कहा जाता है. परिणामस्वरूप मतदाता वोट डालने दोबारा मतदानस्थल पर नहीं आता है. ऐसी शिकायतें बहुतायत में मिली हैं.
इसके साथ ही चुनाव आयोग को लिखे पत्र में बीजेपी द्वारा यह भी कहा गया है कि मतदान स्थल पर मोबाइल फोन जमा करने की कोई सुविधा ना होने की वजह से मतदान में काफी बाधा आ रही है क्योंकि मतदाता अनजाने में मोबाइल फोन अपने साथ रखता है. वैसे भी मोबाइल के बिना रहना आजकल व्यवहारिक नहीं है और मोबाइल साथ रखना लोगों की आदत बन गई है.
सेल्फी प्वाइंट का क्या मतलब
चुनाव आयोग लगातार मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए लोगों कै लुभाता रहता है. इसीलिए मतदान केन्द्रों पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं जिससे लोग वोटिंग के बाद यहां सेल्फी लेकर अन्य लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित कर सकें लेकिन बड़ा सवाल यही है कि जब लोगों को फोन ले जाने की अनुमति ही नहीं है तो वो सेल्फी प्वाइंट का मतलब ही क्या है और यही मुद्दा बीजेपी ने भी उठाया है.
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गौरतलब है कि 27 फरवरी को UP Election 2022 के पांचवें चरण की वोटिंग होगी. इसके तहत 12 जिले की 61 सीटों पर मतदान होगा. जिलों की बात करें तो इसमें अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा जैसे अवध क्षेत्र के जिले शामिल हैं.
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