डीएनए हिंदी: डुमरियागंज विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में आती है. साल 1967 में अस्तित्व में आए इस विधानसभा क्षेत्र की नदियों में बारिश का पानी ज्यादा हो जाने के कारण हर साल बाढ़ आती है जिससे फसलों को नुकसान पहुंचता है. जीवन यापन के लिए यहां के लोगों का मुख्य साधन खेती किसानी ही है. क्षेत्र में कोई भी बड़ी इंड्रस्टी नहीं है जिसके चलते यहां रहने वाले युवकों को रोजी-रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर पलायन करना पड़ता है.
साल 2017 में डुमरियागंज में कुल 33.35 प्रतिशत वोट डाले गए थे. वहीं इस साल यहां 3 मार्च के दिन मतदान किया जाएगा.
कैसा रहा है राजनीतिक इतिहास?
राजनीतिक इतिहास की बात करें तो 1967 में अस्तित्व में आई इस सीट से पहली बार भारतीय जनसंघ के जेडी सिंह को जीत मिली थी. इसके बाद 1969 और 1974 में कांग्रेस के जलील अब्बासी यहां से विजेता रहे. 1977 में जनता पार्टी, 1980 में जनता पार्टी सेक्यूलर और 1985 में लोक दल के टिकट पर मलिक कमाल यूसुफ लगातार तीन दफे विधानसभा पहुंचे. इसके बाद 1989, 1991 और 1993 में बीजेपी के प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी ने यहां जीत का परचम लहराया. 1996 में समाजवादी पार्टी के तौफीक अहमद तो 2002 में सपा के टिकट पर मलिक कमाल यूसुफ जीते. 2007 में बहुजन समाज पार्टी से तौफीक अहमद ने जीत हासिल की. हालांकि 2012 के चुनाव में मलिक कमाल यूसुफ ने पीस पार्टी के टिकट से एक बार फिर वापसी की. वहीं 2017 में मोदी लहर के दौरान बीजेपी के राघवेंद्र प्रताप सिंह यहां से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे.
विजेता पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
विजेता का नाम | राघवेंद्र प्रताप सिंह |
प्राप्त वोट | 67,227 |
निकटतम प्रतिद्वंद्वी | सैय्यदा खातून |
पार्टी | बसपा |
प्राप्त वोट | 67,056 |
हार का अंतर | 171 |
तीसरे स्थान पर | राम कुमार |
पार्टी | सपा |
प्राप्त वोट | 52,222 |
चौथे स्थान पर | अशोक कुमार सिंह |
पार्टी | पीक |
प्राप्त वोट | 10,351 |
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सामाजिक समीकरण
डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र में हर जाति-वर्ग के मतदाता रहते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल चार लाख से अधिक मतदाता हैं. सामान्य वर्ग के साथ ही यहां मुस्लिम मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. अन्य पिछड़ी जाति और एससी-एसटी वर्ग के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस सीट पर 3 मार्च के दिन मतदान किया जाएगा जबकि मतगणना की तारीख 10 मार्च तस की गई है.
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