UP Elections 2022 इस बार लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए चुनौतीपूर्ण होने वाला है. स्थिति ये है किसी नेता को अपनी सत्ता बचानी है तो किसी को अपना राजनीतिक भविष्य. इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व सीएम मायावती, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और आप सांसद संजय सिंह का नाम शामिल है. इन सभी का राजनीतिक भविष्य इस एक UP Elections 2022 से तय होगा.
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साल 2017 के विधानसभा चुनाव भाजपा ने पीएम मोदी के चेहरे पर गठबंधन के साथ करीब 325 सीटें जीतीं थीं. ऐसे में इस बार कड़ा टेस्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का होना है क्योंकि उन्हें लोकसभा से यूपी की राजनीति में लाया गया था. उनकी हिन्दुत्ववादी छवि कानून व्यवस्था को लेकर सख्त प्रशासन की छवि का इस बार तगड़ा टेस्ट होना है.
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पिछले तीन चुनावों से सपा का प्रदर्शन डाउन हो चुका है. साल 2014 के बाद से पार्टी को वोटों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. साल 2012 में मुलायम सिंह यादव के दम पर सत्ता मिली थी. इसके विपरीत 5 साल कार्यकाल में प्रशासन पर उठे सवाल से लेकर पार्टी की आंतरिक कलह के कारण अखिलेश 2017 में विफल हुए थे. ऐसे में युवा अखिलेश के लिए 2022 का ये चुनाव बेहद महत्व पूर्ण है क्योंकि अब उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव भी खड़े हैं.
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साल 2007 के विधानसभा में मायावती के हाथी ने जो हुंकार भरी थी, वो पिछले लगभग चार चुनावों में शांत हो गई है. पार्टी को सत्ता तो छोड़िए मजबूत विपक्ष का औधा भी प्राप्त नहीं है. इसके बावजूद इन चुनावों में भी अभी तक बसपा का प्रचार सुस्त दिख रहा है. ऐसे में मायावती की रणनीति को लेकर विपक्षी खेमे में भी हड़कंप मच हुआ है क्योंकि वो अप्रत्याशित काम करने के लिए जानी जाती हैं.
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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की राजनीति की शुरुआत ही यूपी से हुई है. वो अपने भाई राहुल की अमेठी सीट पर प्रचार करने जाती रहती थीं. इसके विपरीत जब उन्हें पार्टी ने आधिकारिक तौर पर जिम्मेदारियां दे दीं तो प्रियंका का प्रदर्शन भी 2019 चुनाव में फीका रहा. वो अभ यूपी चुनाव को लेकर मजबूती से तैयारियां कर रही हैं किन्तु सवाल ये है क्या इससे उनके राजनीतिक जीवन का क्या आसर पड़ेगा.
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दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी लगातार अपने विस्तार में लगी हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेस जैसे देश के सबसे बड़े सूबें में पार्टी का परचम लहराने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य सभा सांसद संजय सिंह को भेजा. संजय सिंह ने सपा से गठबंधन की कोशिश की थी किन्तु असफल होने पर दिल्ली की तरह ही मुफ्त बिजली पानी जैसे वादे किए हैं. ऐसे में अब ये देखना होगा कि संजय सिंह के ये दावे आप को यूपी चुनाव के नतीजों में कहां खड़ा करतें हैं.