लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी एक के बाद एक लगातार चुनाव जीत रही है. पश्चिम बंगाल और दिल्ली जैसे कुछ विधानसभा चुनावों को छोड़ दें तो यह जोड़ी अब तक लगभग अजेय रही है. यूपी जैसे मुश्किल प्रदेश में भी बीजेपी को दोबार जीत दिलाने में इस जोड़ी का बड़ा हाथ है. यूपी में मोदी-योगी और शाह की त्रिमूर्ति ने विपक्ष की सारी रणनीति कैसे फेल की, समझें.
Slide Photos
Image
Caption
जनता के बीच में पीएम नरेंद्र मोदी बेहद लोकप्रिय हैं और उनकी छवि की वजह से समाज के हर वर्ग से उन्हें भरपूर समर्थन मिला है. बीजेपी ने पीएम की छवि के साथ गृहमंत्री अमित शाह के सटीक चुनावी रणनीतियों को सही तरह से अमल में लाने का काम किया है. इसका नतीजा है कि एक के बाद एक बीजेपी कई प्रदेश लगातार जीतती जा रही है. यूपी जैसे बड़े प्रदेश में भी इसी रणनीति पर चलते हुए बीजेपी ने बड़ी जीत पाई है.
Image
Caption
कांग्रेस जहां आज भी हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड जैसे राज्यों में पुराने चेहरों पर ही भरोसा दिखा रही है और कठोर फैसले नहीं ले पा रही है. इसके उलट पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लगातार राज्यों में नए नेतृत्व पर भरोसा दिखा रहे हैं. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में युवा योगी आदित्यनाथ को सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई तो महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और त्रिपुरा में बिप्लव देव को कमान सौंपी गई थी. बतौर मुख्यमंत्री योगी की छवि एक सख्त और परफॉर्मेंस देने वाले नेता के तौर पर बनी और चुनाव में बीजेपी को इसका फायदा मिला है.
Image
Caption
पीएम मोदी और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति गांव-गांव, हर घर तक बीजेपी का संदेश पहुंचाने की रही है. जहां बीजेपी की सरकारें हैं वहां की विकास योजनाओं के साथ केंद्र की विकास योजनाओं को गांवों-कूचों तक पहुंचाने का फायदा बीजेपी को चुनावों में लगातार मिल रहा है. यूपी में केंद्र की उज्ज्वला योजना, फ्री राशन, पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं के साथ प्रदेश में बेहतर शासन व्यवस्था, कोरोना में राज्य की ओर से मिले राशन जैसी उपलब्धियों को जोर-शोर से जनता तक पहुंचाया गया था.
Image
Caption
पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक बीजेपी के सभी पुराने वादे पूरे किए हैं. कश्मीर से धारा 370 खत्म करना हो या राम मंदिर का निर्माण. ये ऐसे मुद्दे हैं जिसकी वजह से बीजेपी के पुराने समर्थक ही नहीं बड़ी संख्या में नए समर्थक भी पार्टी से जुड़े हैं. इसके अलावा सधी हुई रणनीति के साथ बीजेपी ने जनता तक यह संदेश बहुत सकारात्मक तरीके से पहुंचाया है. इसका असर बीजेपी को लगातार मिल रही चुनावी जीत के तौर पर नजर आ रहा है.
Image
Caption
पीएम मोदी और अमित शाह की जोड़ी के अजेय बनने के पीछे एक बड़ी वजह बीजेपी कार्यकर्ताओं का जमीन पर जुटे रहना भी है. पीएम मोदी और शाह की ओर से कहा जाता है कि स्थानीय नेताओं को खास तौर पर गांव से लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को तैयार करने और उनसे लगातार संवाद करने का निर्देश दिया जाता है. पीएम और गृहमंत्री शाह भी खुद अक्सर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हैं.