डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में आने वाली पांच विधानसभा सीटों में से एक है सिराथू. यहां पहले विधानसभा चुनाव सन् 1962 में हुए थे. इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी से हेमवती नंदन बहुगुणा ने जीत दर्ज की थी. वहीं साल 2012 में हुए चुनावों में पहली बार यहां भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराया और 2017 तक कायम रहा.
अब देखना होगा कि इन चुनावों में जनता का फैसला किस पार्टी की तरफ होगा, क्योंकि फिलहाल यहां राजनीतिक रस्साकशी काफी जोरों पर है. यहां 27 फरवरी को मतदान होना है.
क्या रहे 2017 के नतीजे
साल 2017 में हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के शीतला प्रसाद यहां से विधायक बने थे. उन्होंने 26, 203 वोटों से समाजवादी पार्टी के वाचस्पति को हराया था.
पार्टी | उम्मीदवार | वोट |
---|---|---|
बीजेपी | शीतला प्रसाद | 78621 |
सपा | वाचस्पति | 52418 |
बसपा | सईदुर्राब | 43782 |
बीएमपी | आशीष कुमार मौर्या | 4453 |
क्या है दिलचस्प गणित
सिराथू डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का होमटाउन है. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में वह पहली बार यहीं से जीतकर सदन पहुंचे थे. वह अपने चुनाव प्रचार में अक्सर खुद को सिराथू का नेता नहीं बेटा कहकर संदेश देते हैं. दिलचस्प यह है कि इस बार के चुनावों में केशव प्रसाद मौर्य के सामने समाजवादी पार्टी ने पल्लवी पटेल को उतारा है, जो खुद को सिराथू की बहू कहकर प्रचार कर रही हैं. ऐसे में यहां चुनावी रण इस बार बेटा वर्सेज बहू के बीच होता नजर आ रहा है.
इस बार कौन है मैदान में
बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य और सपा की पल्लवी पटेल के अलावा यहां बीएसपी और आप ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बसपा ने मुस्लिम मतों को साधने के लिए मुंसब अली उस्मानी को टिकट दिया है तो आप ने विष्णु कुमार जायसवाल पर दांव लगाया है.
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