URL (Article/Video/Gallery)
aapki-wall-se
एकता कपूर कोविड पॉजिटिव हुईं, इसका मतलब यह नहीं कि सावधानी छोड़ दी जाए
जब एकता कपूर संक्रमित हो गयीं तो किस काम की सावधानियां, सब हटाओ, मरने दो... लोग अपने आप ठीक हो जाएंगे - ऐसी संवेदनहीन बातें कैसे की जा सकती हैं?
मुझे नये साल का जश्न मनाती पुरानी सड़क की तस्वीर मिल गई
'सड़कें हर हाल Down to Earth होती हैं. सारी दुनिया का बोझ उठाती हैं. पलक झपका लें इतना भी नहीं वे सोती हैं.'
सर्द दोपहर से एक सवाल- बताओ जरा क्या है आदत और मोहब्बत में फर्क
'मोहब्बत छू ले बस.. इसकी तासीर ऐसी लज़्ज़त लिए होती है कि खट्टे मीठे के चक्करों में उलझा ज़ेहन बाहर निकलने का रास्ता ही भूल जाये.'
पेट में इतना बड़ा चीरा लगा, हर्निया था या फोड़ा... सवाल लाख टके का
'शकल से तो पढ़े लिखे मालूम पड़ते हो. इतना पता नहीं है कि जब इतना लंबा चीरा लगता है तो कितना खून बहता है ...'
Philoshpy of Life: दूसरों का दर्द दूर करने में मिलता है आनंद पर कुछ लोग परपीड़ा में भी सुख ढूंढ लेते हैं
किसी को पीड़ा पहुंचने पर अगर किसी को सुख मिलता है तो उसे अपने इंसान होने पर सोचने की जरूरत है.
...जब चोर के हाथ में बाबू जी ने रख दी थी चुनौटी
बाबूजी को ये भी मालूम था कि ददरी मेले में सबसे महंगा बैल उन्होंने कब बेचा. सबसे बढ़िया भैंस उन्होंने कब खरीदी.
उम्र का तकनीक और समझदारी से नहीं होता 36 का आंकड़ा, 100 साल पहले की पीढ़ी भी थी आधुनिक
आधुनिकता हर काल में होती है और हर काल में इंसान को कुछ नया सीखना होता है.
स्त्रियां मां नहीं, वारिस पैदा करने की मशीन होती हैं
एक दिन स्त्री कह देती है कि यह किसी का बच्चा नहीं है. सिर्फ़ मेरा बच्चा है तब सभी को सांप सूंघ जाता है.
कुछ लोग पैदाइशी बूढ़े होते हैं, मेरी उम्र 23 से आगे बढ़ ही नहीं पाती है
पर्यावरणविद् दिनेश मिश्र का दो दिन पहले आंख की सर्जरी हुई. इलाज के दौरान हुए अनुभव को वो यहां साझा कर रहे हैं...
...आखिर किन वजहों से 'खल वंदना' को मजबूर हुए होंगे बाबा Tulsidas?
दुष्टों की यह रीति है कि वे उदासीन, शत्रु अथवा मित्र, किसी का भी हित सुनकर जलते हैं.