साल 2013 में अपनी बेटी को घसीट कर 'Dover Lane Music Conference' ले गई थी.मैं चाहती थी कि मेरे पागलपन का थोड़ा अंश उसमें आये.तीन दिवसीय पूरी रात चलने वाला ये संगीत कार्यक्रम अपने आप में अनूठा होता है.उस साल मैंने अपनी बेटी को अयान अली खान और अमान अली खान के सरोद की जुगलबंदी और पंडित शिवकुमार शर्मा का संतूर वादन से सामने से परिचय करवाया.
2013 में पंडित जसराज समेत कई लीजेंड को सुनने देखने का अवसर मिला.
बच्चे को जन्म देना एक Biological Process है, मातृत्व का अनावश्यक Glorification बन्द हो
सौभाग्य से पंडित शिवकुमार शर्मा को हमने सामने बिल्कुल सामने से संतूर के साथ खेलते हुए देखा है.उनके चेहरे का तेज आज भी नजरों के सामने है.
अभी मैंने बेटी को फ़ोन करके बताया कि पद्मश्री पंडित शिवकुमार शर्मा नहीं रहे.हमदोनों के बीच एक सन्नाटा पसर गया कुछ पल के लिये.
(ऋतु मुखर स्त्री आवाज़ हैं. गीत-संगीत में अभिरुचि है. यह पोस्ट उनकी वॉल से लिया गया है. )
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