डीएनए हिंदी: रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) को पूरी तरह से घेर लिया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया है. यूक्रेन में रूसी हमले से भीषण तबाही मची है. एक तरफ जहां रूस की सेना दावा कर रही है कि यूक्रेनी सैनिक सरेंडर कर रहे हैं तो वहीं यूक्रेन ने कहा है कि हम रूस के खिलाफ हार नहीं मारेंगे. ऐसे में तीसरे विश्व युद्ध की आहट के बीच भारत के लिए भी चिंता के बादल मंडराने लगे हैं.
भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा गहरा असर!
बता दें कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर इस युद्ध का गहरा असर देखा जा सकता है. कच्चे तेल के दाम जो पहले ही 101 डॉलर प्रति बैरल पर जा चुके हैं, उनमें अब और तेजी देखी जा सकती है. भारत के लिए ऐसा होना बेहद नकारात्मक साबित होगा. देश का आयात खर्च बढ़ेगा जिसके चलते व्यापार घाटा भी और ऊपर जाएगा. तेल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई पर भी असर आएगा जिसके चलते खाने-पीने की चीजों जैसे सब्जियों-फल, दालें, तेल आदि सभी के महंगे होने के आसार हैं. वहीं अगर महंगाई बढ़ी और यह रिजर्व बैंक के अनुमानित आंकड़ों से ऊपर चली जाएगी तो देश का केंद्रीय बैंक दरें बढ़ाने पर मजबूर हो जाएगा.
भारत में यूक्रेन एंबेसी की वेबसाइट पर दिए आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में दोनों देशों के बीच 2.69 बिलियन डॉलर का व्यापार था. इसमें जहां यूक्रेन ने भारत को 1.97 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया था, वहीं भारत ने भी यूक्रेन को 721.54 मिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया था. युद्ध की स्थिति में यूक्रेन के साथ भारत का व्यापार संकट में पड़ सकता है.
शेयर बाजार में भयंकर गिरावट
रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य जंग का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है. गुरुवार की सुबह से एशियाई बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है. इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 1814 अंक गिरावट के साथ खुला. शुरुआती कारोबार में यह 55,375 अंक तक नीचे गया. सुबह 9.30 बजे इसमें 1399.62 अंक यानी 2.45% की गिरावट हुई. इसके अलावा एनएसई के निफ्टी में भी 367.35 अंक यानी 2.15% की कमी देखने को मिली.
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इधर नैस्डेक समेत अमेरिकी बाजारों में तेज गिरावट की आंच भारतीय बाजारों तक पहुंच रही है. युद्ध की आशंकाओं के बीच केवल पांच दिनों की अवधि में बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण को 9.1 लाख करोड़ रुपये तक कम कर दिया है. 16 फरवरी के बाद से बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है. ऐसे में भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों को तगड़ा नुकसान हो सकता है.
हालांकि भारत का रूस-यूक्रेन विवाद पर फिलहाल तटस्थ रुख है. भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है.
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Russia-Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन युद्ध से चरमराएगी भारतीय अर्थव्यवस्था! शेयर बाजार को हो सकता है भारी नुकसान