डीएनए हिंदी: अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइवान की यात्रा एक नए युद्ध को जन्म दे सकती है. बीते कुछ दिनों में चीन, अमेरिका और ताइवान (Taiwan) की गतिविधियां इसी ओर इशारा कर रही हैं. चीन लगातार धमकी दे रहा है कि नैंसी पेलोसी अपनी यह यात्रा रोक दें. दूसरी ओर नैंसी पेलोसी आज देर रात ताइवान पहुंचने वाली हैं. इसी बीच रूस ने भी अमेरिका को धमकी दी है कि उसका यह कदम ठीक नहीं है. चीन की धमकियों को देखते हुए अमेरिका ने ताइवान के पूरब की ओर चार युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. अमेरिका के अलावा, ताइवान ने भी अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है. चीन ने ताइवान से होने वाले आयात को भी रोक दिया है.
चीन ने अमेरिका को धमकी दी है कि वह चीन के आंतरिक मामलों में दखल न दे. दरअसल, चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है. इसी वजह से चीन का कहना है कि अमेरिका, ताइवान में अलगाववाद को बढ़ावा न दे. नैंसी पेलोसी की यात्रा पर चीन ने कहा है कि अगर यह यात्रा होती है तो चीन इसे अपनी सीमा में दखल मानेगा और अमेरिका को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीन ने ताइवान से होने वाले आयात को भी सोमवार तक के लिए रोक दिया है. इस प्रतिबंध के तहत ताइवान के 35 निर्यातकों की ओर से चीन आने वाले सभी सामानों के आयात पर रोक लगा दी गई है.
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चीन के समर्थन में उतरा रूस, अमेरिका को दी चेतावनी
चीन की ही तरह रूस ने भी अमेरिका के इस कदम का विरोध किया है. रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि उसका यह कदम ठीक नहीं है. रूस का कहना है कि नैंसी पेलोसी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति पैदा कर सकती है और क्षेत्र में नए सिरे से तनाव पैदा हो सकता है. इससे पहले, चीन ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा था कि अगर नैंसी पेलोसी ताइवान जाती हैं तो ताइवान जलसंधि क्षेत्र में चीन शांत नहीं बैठेगा.
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चीन की धमकियों को गंभीरता से लेते हुए अमेरिका ने ताइवान के पूरब में अपने चार युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. इनमें से एक युद्धपोत एयरक्राफ्ट भी ले जा सकता है. हालांकि, अमेरिका ने इसे 'रूटीन तैनाती' का नाम दिया है. अमेरिकी नेवी के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि अमेरिका का एयरक्राफ्ट कैरियर USS रोनाल्ड रीगन फिलीपींस के आसपास है जो कि ताइवान के पूरब में पड़ता है. इस युद्धपोत पर गाइडेड क्रूजर मिसाइल जैसे तमाम अत्याधुनिक हथियार तैनात हैं जो युद्ध में काम आते हैं.
चीन भी कर रहा है तैयारी
रिपोर्ट के मुताबिक, नैंसी पेलोसी की यात्रा से ठीक पहले चीन के हवाई जहाज ताइवान के आसपास उडान भर रहे हैं. बताया गया है कि चीन के ये विमान मीडियन लाइन के आसपास उड़ान भरते हुए 'युद्धाभ्यास' जैसी गतिविधि कर रहे हैं. आपको बता दें कि चीन और ताइवान के बीच स्थिति जलसंधि के बीच की सीमा को मीडियन लाइन कहा जाता है. आम तौर पर चीन या ताइवान कोई भी इस लाइन को पार नहीं करते हैं.
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दूसरी तरफ, चीन की ओर से लगातार धमकियों और चीन के विमानों की गतिविधियों को देखकर ताइवान भी सतर्क हो गया है. ताइवान ने अपने कुछ अधिकारियों और सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. ताइवान में इसका कारण 'युद्ध की तैयारी' बताया गया है. ताइवान के स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ताइवान की सेना ने एयर फोर्स को तत्काल युद्ध की तैयारी शुरू करने को कहा है.
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China से युद्ध की तैयारी कर रहे ताइवान और अमेरिका? नैंसी पेलोसी की यात्रा से पहले बढ़ा तनाव, आयात पर लगी रोक