डीएनए हिंदी: यासीन मलिक को दोषी करार दिए जाने के बाद पाकिस्तान में बवाल शुरू हो गया है. पाकिस्तान इसे कश्मीरियों के खिलाफ साजिश बताने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है. अब पूर्व कप्तान और मौजूदा विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्रप से गुहार लगाई है. शाहिद अफरीदी और बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र से तत्काल यासीन मलिक की रिहाई की मांग की है. इसे कश्मीर की आजाद आवाज को दबाने की कोशिश करार दिया है.
Shahid Afridi ने संयुक्त राष्ट्र से की अपील
पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी अक्सर ही ट्विटर पर कश्मीर के समर्थन में ट्वीट करते रहते हैं. इस बार उन्होंने यासीन मलिक की रिहाई की मांग करते हुए लिखा, 'कश्मीर में मानवाधिकार हनन के खिलाफ आवाज उठाने वाली स्वतंत्र आवाजों को भारत में कुचला जा रहा है. यासीन मलिक पर लगाए झूठे आरोप कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएगी. कश्मीर के नेताओं पर हो रही अवैध कार्रवाई पर मैं यूएन से अपील करता हूं कि वह इस मामले पर संज्ञान लें.
India's continued attempts to silence critical voices against its blatant human right abuses are futile. Fabricated charges against #YasinMalik will not put a hold to #Kashmir's struggle to freedom. Urging the #UN to take notice of unfair & illegal trails against Kashmir leaders. pic.twitter.com/EEJV5jyzmN
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) May 25, 2022
ऐसा पहली बार नहीं है जब अफरीदी ने कश्मीर के समर्थन के नाम पर भारत के खिलाफ बयानबाजी की हो. इससे पहले भी कई बार वह कश्मीर के समर्थन के नाम पर भारत के खिलाफ जहर उगल चुके हैं.
हालांकि, अफरीदी के इस ट्वीट पर भारतीय बॉलर अमित मिश्रा ने करारा जवाब दिया है. अफरीदी के ट्वीट पर अमित मिश्रा ने लिखा है कि, 'प्रिय शाहिद अफरीदी उसने (यासीन मलिक) कोर्ट में खुद का जुर्म कबूल किया है. सब कुछ आपके जन्मदिन की तरह गलत संदेश देने वाला नहीं हो सकता है.'
Dear @safridiofficial he himself has pleaded guilty in court on record. Not everything is misleading like your birthdate. 🇮🇳🙏https://t.co/eSnFLiEd0z
— Amit Mishra (@MishiAmit) May 25, 2022
बता दें कि पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी अपनी उम्र को लेकर विवादों में रहे हैं. रिकॉर्ड के अनुसार 1 मार्च 1980 उनका जन्मदिन है. 2019 में उन्होंने खुद खुलासा किया था कि उस वक्त वह 16 साल के नहीं थे. उन्होंने था उनका जन्म 1980 में होकर 1975 में हुआ था.
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पाक विदेश मंत्री ने भी लगाई अपील
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने संयुक्त राष्ट्र से यासीन मलिक को तत्काल रिहा करने की मांग की है. बिलावल ने मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैश्लेट को पत्र लिखकर भारत से यह अपील करने का अनुरोध किया है कि वह कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को सभी आरोपों से बरी करे. साथ ही, उसे जेल से तत्काल रिहा कराया जाए ताकि वह अपने परिवार से मिल सके.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने के पाकिस्तान के जारी प्रयासों के तहत विदेश मंत्री ने 24 मई को बैश्लेट को एक पत्र भेजा है. बिलावल ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से खास तौर पर इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की है.
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Yasin Malik के समर्थन में उतरे शाहिद अफरीदी, अमित मिश्रा ने की बोलती बंद