डीएनए हिंदी: यूक्रेन के साथ रूस (Russia Ukraine War) के युद्धविराम की उम्मीदें अब बढ़ने लगी हैं. इसके संकेत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) उस बयान के बाद मिलने लगे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि वह व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं. इस पर अब रूस का बयान आया है. रूस ने शुक्रवार को कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं. लेकिन इसके लिए हमारी शर्त यह होगी कि पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन से वापस लौटने की मांग नहीं की जाएगी.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin ) बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन पश्चिम देशों की ओर से यूक्रेन से रूसी बलों को पहले वापस बुलाए जाने की मांग अस्वीकार्य है. पेस्कोव के बयान से पहले पुतिन ने शुक्रवार को सुबह जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से फोन पर बात की. शोल्ज ने कहा कि उन्होंने पुतिन को यह स्पष्ट किया, ‘युद्ध को रोकने के लिए जल्द ही एक कूटनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए, जिनमें रूसी बलों की वापसी शामिल है.’
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बाइडन ने जताई थी बातचीत की इच्छा
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी गुरुवार को संकेत दिया था कि अगर पुतिन यह दिखाते हैं कि वह आक्रमण को समाप्त करने के लिए गंभीर हैं और यूक्रेन से बाहर निकलना चाहते हैं, तो वह बातचीत के लिए इच्छुक हैं.
कब्जा किए चार इलाकों को मान्यता देने से इनकार
बाइडन के बयान के बाद रूस ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है लेकिन पश्चिम देशों को यूक्रेन के उन इलाकों को मान्यता देनी होगी जहां रूसी सेना ने कब्जा किया है. गौरतलब है कि रूसी सेना ने सितंबर के अंत में यूक्रेन के 4 इलाकों को अवैध रूप से खुद में मिला लिया था. इनमें से किसी पर उसका नियंत्रण नहीं था. रूस का कहना है कि इन इलाकों को पश्चिमी देशों ने मान्यता देने से इनकार कर दिया है.इससे शांति के लिए बातचीत और मुश्किल हो गई है.
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रूस ने साथ ही पश्चिमी देशों पर यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करके युद्ध को लंबा खींचने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप भी लगाया है. पुतिन ने कहा कि हाल में यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर रूसी हमले मजबूरी में किए गए थे और वे अपरिहार्य थे, क्योंकि यूक्रेन ने क्रीमिया प्रायद्वीप के एक महत्वपूर्ण पुल पर कथित तौर पर बमबारी की थी. रूस ने क्रीमिया प्रायद्वीप को 2014 में यूक्रेन से अपने कब्जे में लिया था. रूसी सेना यूक्रेन के अहम बुनियादी ढांचों पर अक्टूबर से हमले कर रहे हैं, जिसके कारण लाखों लोग सर्दी के मौसम में बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं.
अब यूक्रेन के मारे गए 13,000 सैनिक
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि पुतिन के साथ फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने यूक्रेन में विशेष रूप से असैन्य बुनियादी ढांचों पर रूसी हवाई हमलों की निंदा की और कहा कि जर्मनी यूक्रेन की रक्षा में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस बीच यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने शुक्रवार को कहा कि रूसी सेना ने उनके बुनियादी ढांचे पर रॉकेट हमले जारी रखे हैं और यूक्रेन की सैन्य चौकियों पर हवाई हमले किए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि 24 फरवरी से अब तब तक 10,000 से 13,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं.
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खत्म होगा रूस-यूक्रेन युद्ध? बाइडन के बयान के बाद पुतिन बातचीत के लिए तैयार लेकिन रख दी बड़ी शर्त