Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के टूरिस्ट्स को गोलियों से भूनने से पहले उनका धर्म पूछा गया था. इसके पीछे पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर (General Asim Munir) के एक बयान को जिम्मेदार माना गया था, जो मुनीर ने हमले से ठीक पहले दिया था. इस बयान में मुनीर ने हिंदुओं और मुस्लिमों को पूरी तरह अलग बताते हुए टू-नेशन थ्योरी को सही ठहराया था. अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान युद्ध के मुहाने पर खड़े हुए हैं. दोनों देशों के बीच सीमा पर भारी तनाव पसरा हुआ है और माना जा रहा है कि किसी भी समय दोनों देशों के बीच जंग शुरू हो सकती है. दोनों ही तरफ से इसे लेकर तैयारी भी चल रही है. ऐसे में माहौल में पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने फिर से ऐसा काम किया है, जो दोनों देशों के बीच तनाव को और ज्यादा भड़का सकता है. मुनीर ने फिर से हिंदू-मुस्लिम के अलग होने का राग अलापते हुए इसे ही टू-नेशन थ्योरी की बुनियाद बताया है.
भारत को धमकी देने की कोशिश भी की
मुनीर ने शनिवार को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के काकुल इलाके में पाकिस्तान मिलिट्री एकेडमी की पासिंग आउट परेड में शिरकत की. इस दौरान मुनीर ने पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कैडेट्स को भारत के खिलाफ भड़काने की कोशिश की. मुनीर ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए युद्ध की धमकी देने का भी प्रयास किया. मुनीर ने कहा,'पाकिस्तान कई बलिदानों से मिला है और हम इसकी रक्षा करना जानते हैं. इसकी सुरक्षा आर्म्ड फोर्सेज की ड्यूटी है. हमारे पूर्वजों ने इसके निर्माण में बड़ी कुर्बानियां दी हैं.'
हिंदू-मुस्लिम संबंधों को लेकर कही ये बात
मुनीर ने कहा,'हिंदू और मुसलमान एक नहीं बल्कि दो अलग-अलग समुदाय हैं. टू नेशन थ्योरी की बुनियाद यही सोच थी. मुसलमान धर्म, रीति-रिवाज, परंपरा, सोच और आकांक्षाओं समेत जीवन के हर पहलू में हिंदुओं से अलग हैं. मुनीर के दो सप्ताह में दूसरी बार इस मुद्दे को उठाए जाने के पीछे गहरी सोच मानी जा रही है. दरअसल मुनीर इसके जरिये अपनी फौज के अंदर भारत विरोध को हवा देना चाहते हैं ताकि युद्ध के समय उनकी सेना जोश में रहे.
प्रवासी पाकिस्तानियों के सामने कही थी ये बात
मुनीर ने पहलगाम अटैक से पहले इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानियों के सामने भी यही बातें कही थीं. 16 अप्रैल को आयोजित एक सम्मेलन में मुनीर ने प्रवासी पाकिस्तानियों को अपने बच्चों को पाकिस्तान के निर्माण की कहानी बताने की अपील की थी. टू नेशन थ्योरी का हवाला देते हुए मुनीर ने तब भी कहा था कि इसके पीछे हिंदू और मुसलमानों के अलग-अलग राष्ट्र होने की ही सोच थी. उन्होंने प्रवासी पाकिस्तानियों से अपने बच्चों को यह बताने को कहा था कि हमारे पूर्वजों की यह सोच कि हम जीवन के हर पहलू में हिंदुओं से अलग हैं ताकि उनके बच्चे अपने पूर्वजों की सोच को कभी ना भूलें.
कश्मीर को बताया था पाकिस्तान के गले की नस
मुनीर ने उस सम्मेलन में कश्मीर को लेकर भी स्पष्ट तौर पर कहा था कि पाकिस्तान इसका मुद्दा उठाना नहीं छोड़ेगा. मुनीर ने कहा था कि हमारा रुख स्पष्ट है. कश्मीर हमारे गले की नस थी और गले की नस रहेगी. हम इसे नहीं भूलेंगे और अपने कश्मीरी भाइयों के वीरतापूर्ण संघर्ष में उनका साथ नहीं छोड़ेंगे. मुनीर के इस बयान के बाद ही कश्मीर में आतंकी हमला हुआ है.
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सीमा पर तनाव, जंग की तैयारी, फिर भी पाक आर्मी चीफ दोबारा क्यों बोले- हिंदू और मुस्लिम अलग-अलग