डीएनए एक्सप्लेनर: पाकिस्तान की अपनी आर्थिक दशा खराब है. प्रधानमंत्री Imran Khan कर्ज और वित्तीय मदद के लिए सउदी अरब, तुर्की जैसे देशों से मदद मांगते रहते हैं. इस बीच आज से इस्लामाबाद में OIC के सदस्य देशों की बैठक होने जा रही है.
तालिबान को लेकर होगी चर्चा
बता दें कि ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन देशों की इस बैठक में खास तौर पर तालिबान और अफगानिस्तान पर चर्चा की जाएगी. अफगानिस्तान के हालात को लेकर इसे अब तक की सबसे बड़ी बैठक बताया जा रहा है.
तालिबानी सरकार के विदेश मंत्री भी पहुंचे
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि यह तालिबान को मान्यता देना नहीं है. दिलचस्प बात है कि तालिबानी सरकार के विदेश मंत्री भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंच गए हैं. इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि OIC के विदेश मंत्रियों के परिषद का यह असाधारण सत्र है. यह अफगान जनता के साथ एकजुटता दिखाने की अभिव्यक्ति है. यह अफगानिस्तान में मानवीय स्थितियों पर सामूहिक तौर पर ध्यान देने के लिए है.
I welcome delegations from OIC mbr states, observers, friends, partners & int orgs to Pakistan. The extraordinary session of OIC CFMs is an expression of solidarity with the Afghan ppl & to focus our collective energies on addressing the dire humanitarian situation in Afghanistan
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 18, 2021
खुद बेहाल पाक क्यों कर रहा यह बैठक
कूटनीतिक जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान की अपनी स्थिति चरमराई हुई है. ऐसे में अफगानिस्तान के नाम पर बुलाई बैठक का क्या मतलब है? दरअसल पाकिस्तान की कोशिश मुस्लिम देशों के बीच अपनी छवि चमकाने की है. साथ ही, प्रधानमंत्री इमरान खान भी इस बहाने अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि दुरुस्त करने की कोशिश कर रहे हैं. यही वजह है कि बैठक का प्रस्ताव सउदी की ओर से रखे जाने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इसके लिए सहमति दी है.
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घरेलू मोर्चे पर संघर्ष कर रहे हैं पीएम Imran Khan
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इस वक्त घरेलू मोर्चे पर संघर्ष कर रहे हैं. देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी की वजह से वह विरोधियों के निशाने पर हैं. खुद उनकी पार्टी PTI के सेना से टकराव की खबरें आ रही हैं.
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