रवींद्र सिंह रॉबिन
पाकिस्तान में सिख समुदाय के लोगों पर हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. दूसरी ओर प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है. ऐसे हालात की वजह से समुदाय के नेताओं में गहरा असंतोष भर रहा है.
पाकिस्तान के पहले पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह शाहीन के लापता होने के बाद अब तक पुलिस कोई सुराग नहीं ढूंढ़ पाई है. इस बीच ननकाना साहिब में सिखों पर हमले की खबर है. इस हमले ने समुदाय को स्तब्ध कर दिया है और लोग गहरी पीड़ा में हैं.
हालिया घटना में पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के पूर्व अध्यक्ष के बेटे दिलावर सिंह पर जानलेवा हमला हुआ है. ननकाना साहिब में एक मुस्लिम गैंग माफिया के ग्रुप ने दिलावर सिंह के साथ पाले सिंह और एक अन्य सिख पर जानलेवा हमला किया है.
पीड़ित दिलावर सिंह ने अपने अस्पताल में अपने रिश्तेदारों के साथ वीडियो मैसेज में कई सवाल उठाए हैं. वीडियो मैसेज में वह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की कथित आजादी पर सवाल उठाए हैं.
वीडियो में उन्होंने कहा, 'हम आजादी आजादी के नारे लगा रहे हैं लेकिन यहां कोई आजादी नहीं है. हमारी जमीन माफिया हड़प ले रहे हैं और पिछले 10 साल से हमें प्रताड़ित किया जा रहा है. आरोपियों के ऊपर कार्रवाई करने के बजाय ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड, स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी हमारा साथ देने के बजाय उनका साथ दे रही है. हम पगड़ी वाले जोकरों की तरह पेश किए जा रहे हैं.'
उन्होंने यह भी बताया कि उनके परिवार की कोट संत राम इलाके में 5.5 एकड़ जमीन थी. उनके परिवार की पूरी जमीन पर मुस्लिम लैंड माफिया ने कब्जा जमा लिया है. उनका यह भी आरोप है कि जिस वक्त वह गेंहू की फसल रोप रहे थे उस वक्त उनके ऊपर हमले किए गए थे.
गुलाब सिंह जो 'प्रशासन में चल रहे कई सारे गलत कामों' का मुद्दा लगातार उठा रहे थे. कुछ दिन पहले लाहौर से अचानक वह गायब हो गए थे और आज तक उनका पता नहीं चला है. पुलिस और प्रशासन अब तक उन्हें ढूंढ़ नहीं पाई है.
इस बारे में पूछे जाने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) अध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों सिखों को प्रताड़ित किया जाना और उनके साथ अन्याय बेहद दुखद है.
मीडिया रिपोर्ट्स में पाकिस्तान के पहले सिख पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह के लापता होने में इंटेलिजेंस एजेंसी के शामिल होने का दावा किया गया है. इन रिपोर्ट्स का हवाला देते एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि यह पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के दमन का उदाहरण है.
धामी ने कहा कि अतीत में भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं. पाकिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय और दमन की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इन घटनाओं से इतना स्पष्ट है कि पड़ोसी देश में सिख सुरक्षित नहीं हैं.
हरजिंदर सिंह ने आगे कहा, ''गुलाब सिंह शाहीन के लापता होने की घटना ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिखों को डरा दिया है. पाकिस्तान सरकार को जल्द से जल्द स्पष्ट करना चाहिए कि वह कहां हैं.'' उन्होंने आगे कहा कि गुलाब सिंह के लापता होने से जुड़ी जिस तरह की खबरें हैं अगर वह सच साबित हो जाती है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.
(लेखक रवींद्र सिंह रॉबिन वरिष्ठ पत्रकार हैं. यह जी मीडिया से जुड़े हैं. राजनीतिक विषयों पर यह विचार रखते हैं.)
(यहां प्रकाशित विचार लेखक के नितांत निजी विचार हैं. यह आवश्यक नहीं कि डीएनए हिन्दी इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे और आपत्ति के लिए केवल लेखक ज़िम्मेदार हैं.)
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Pakistan में अल्पसंख्यक सिखों पर थम नहीं रही हैं हिंसा की घटनाएं