डीएनए हिंदी: शहबाज शरीफ के पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री (New PM of Pakistan) बनने के बाद पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका के पाकिस्तान के सशस्त्र बलों के साथ ‘स्वस्थ सैन्य संबंध’ हैं. अमेरिका के साथ पाकिस्तान के रिश्ते, खासतौर पर जो बाइडन के प्रशासन में उदासीन रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिका पर उनकी सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रचने के आरोपों के बाद संबंधों में और खटास आ गई. अमेरिका की सरकार कई बार इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुकी है.

वाशिंगटन में मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में पेंटागन प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ ‘दुनिया के उस हिस्से में’ सुरक्षा और स्थिरता के लिहाज से हितों को साझा किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के पाकिस्तानी सशस्त्र बलों से ‘सेना से, सेना के बीच स्वस्थ संबंध’ हैं.

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डॉन अखबार की खबर के अनुसार, पाकिस्तान की नई सरकार के लिए अमेरिका के साथ संबंधों को सुधारना विदेश नीति संबंधी शीर्ष प्राथमिकता में होगा. विशेषज्ञों का मानना है कि अपने भाई और तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ से उलट शहबाज के पाकिस्तान की सेना से सौहार्दपूर्ण रिश्ते हैं. पाकिस्तान के 75 साल के इतिहास में आधे से अधिक समय तक सेना ने सत्ता संभाली है.

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हालांकि सेना ने शहबाज शरीफ और इमरान खान के बीच पिछले दिनों चले सत्ता-संघर्ष से दूरी बनाकर रखी थी और कहा कि उसका सियासत से कोई लेना-देना नहीं है. शहबाज के प्रधानमंत्री बनने और अमेरिका के खिलाफ इमरान खान के आरोपों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर किर्बी ने कहा, "मुझे लगता है कि आप समझ सकते हैं कि हम पाकिस्तान के अंदर की घरेलू राजनीति पर टिप्पणी नहीं करेंगे."

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पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका मानता है कि पाकिस्तान की क्षेत्र में अहम भूमिका है. उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि पाकिस्तान तथा पाकिस्तानी लोग खुद अपने देश के भीतर आतंकवादी हमलों के पीड़ित रहे हैं."

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पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा आयोजित प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान की सेना के हस्तक्षेप की स्थिति में अमेरिका की ओर से कार्रवाई की संभावना के सवाल पर किर्बी ने कहा कि वह पाकिस्तान में अमेरिकी सेना की किसी भूमिका की संभावना नहीं देखते. सोमवार को शहबाज के प्रधानमंत्री चुने जाने के कुछ ही घंटे बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा था कि एक लोकतांत्रिक पाकिस्तान अमेरिका के हितों के लिहाज से महत्वपूर्ण है.

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How will America Pakistan relations after Imran Khan
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Imran Khan के हटने के बाद कैसे होंगे अमेरिका-पाकिस्तान संबंध?
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