डीएनए हिंदी: ब्रिटेन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 20 वर्षीय दिव्यांग लड़की ने अपनी मां के डॉक्टर पर उसे पैदा करने के लिए मुकदमा दर्ज कराया है. लड़की ने आरोप लगाया है कि वह डॉक्टर की लापरवाही के चलते दिव्यांग पैदा हुई है. इतना ही नहीं बल्कि केस जीतने के बाद लड़की को हर्जाने में करोड़ों रुपये भी मिले हैं. मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर एवी टूम्ब्स चर्चा का विषय बनी हुई हैं.
क्या है पूरा मामला
ब्रिटेन में रहने वाली 20 वर्षीय एवी टूम्ब्स दिव्यांग हैं. उनका कहना है कि मेरा जन्म साल 2001 में लिपोमा मेनिंगोसेले (Lipomeningocele) के साथ हुआ. यह एक तरह की विकलांगता है जिसे मेडिकल साइंस की भाषा में स्पाइना बिफिडा (Spina bifida) के नाम से भी जाना जाता है.'
वहीं लोगों ने जब उनसे डॉक्टर पर केस करने की वजह के बारे में पूछा तब एवी ने बताया, 'मेरी मां के डॉक्टर फिलिप मिशेल ने मेरे जन्म से पहले मां को सही दवा की सलाह नहीं दी थी. इसी के चलते मैं दिव्यांग पैदा हुई. साथ ही डॉक्टर को पता था कि गर्भ में मौजूद बच्चा दिव्यांग होगा और वह चाहता तो उसे पैदा होने से रोक सकता था लेकिन उसने ये भी नहीं किया. डॉक्टर की इन लापरवाहियों की वजह से मेरा जीना मुश्किल हो गया है. इसी के आधार पर मैंने हर्जाना मांगा था.'
जानकारी देते हुए एवी ने बताया कि डिलीवरी के वक्त उसकी मां 30 साल की थीं. उस वक्त डॉक्टर ने पहले तो फोलिक एसिड (Folic Acid) लेने की सलाह दी लेकिन बाद में इसे लेने से मना कर दिया. डॉक्टर ने मां से कहा कि अगर वह अच्छी डाइट ले रही हैं तो उन्हें इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी.
इधर इस केस में सुनवाई करते हुए लंदन हाई कोर्ट (London High Court) ने भी एवी का समर्थन किया है. कोर्ट ने माना कि अगर डॉक्टर ने लापरवाही नहीं की होती तो आज एवी दिव्यांग नहीं होती. इसी क्रम में अदालत ने डॉक्टर की लापरवाही मानते हुए करोड़ों रुपये का हर्जाना देने का फैसला सुनाया है.
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