डीएनए हिंदी: कोरोना वायरस का रेपिड टेस्ट कुछ मिनटों में रिजल्ट देता है लेकिन यह 100 फीसदी सही हो इसपर हमेशा संशय बना रहता है जबकि कोरोना का RT-PCR टेस्ट का रिजल्ट आने में थोड़ा समय लगता है. ऐसे में एक स्टडी में दावा किया गया है कि कुत्ते 97% इंसानों में COVID-19 लक्षणों को पहचान सकते है. फ़िनलैंड के हेलसिंकी विश्वविद्यालय की एक स्टडी के मुताबिक, टेस्ट किट के मुकाबले कुत्ते इंसानों में कोरोना वायरस को ढूंढ निकालने में बेहतर हैं. कुत्ते 97% इंसानों में COVID-19 के लक्षणों की पहचान सकते हैं. साथ ही रिसर्च के दौरान निगेटिव सैंपल की भी पहचान करने में कुत्ते 91 फीसद सही रहे हैं.
वायरस का पता सूंघ कर लगा सकते है कुत्ते!
हेलसिंकी विश्वविद्यालय और हेलसिंकी विश्वविद्यालय अस्पताल की मानें तो महक से COVID-19 का पता लगाने वाले कुत्तों को त्वचा की सूजन से कोरोनावायरस संक्रमण वाले व्यक्तियों की पहचान करना सिखाया जा सकता है. इस प्रयोग को रिसर्च के दौरान ट्रायल के तौर पर देखा गया जिसमें नमूनों की पहचान करने में कुत्ते 92 % तक सफल रहे है. इस स्टडी में यहा दावा किया गया है कि अगर सही ट्रेनिंग दी जाए तो कुत्ते 99% तक वायरस संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर सकते है. ये रिसर्च आज के समय में दुनिया के हर देश के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है. इस रिसर्च के ज़रिए इंसानों में संक्रमण समय रहते पता लगाया जा सकता है और टाइम पर इसे फैलने से रोका जा सकता है.
कैसे दी गई कुत्तों को ट्रेनिंग?
स्टडी के दौरान रिसर्च टीम ने चार कुत्तों को प्रशिक्षित किया - 3 लैब्राडोर रिट्रीवर्स और एक वाइट शेफर्ड. ट्रेनिंग के दौरान कुत्तों को त्वचा के नमूनों की जानकारी दी गई थी. वहीं 114 ऐसे वॉलिंटियर्स जो वायरस की चपेट के आ चुके थे उनके सैम्पल्स लिए गए और खोजी कुत्तों के सामने रखे गए. दूसरी तरफ ट्रेनिंग के दौरान उन्हें सैकड़ों लोगों के ऐसे नमूनों के पहचान कराई गई जो COVID-19 नेगेटिव थे . अपने प्रशिक्षण के दौरान कुत्ते 92% संक्रमण वाले लोगों को पहचानने में सफल रहे. इतना ही नहीं इस दौरान कुत्तों ने 91% COVID-19 नेगेटिव नमूनों को भी सही पहचाना. कुत्तों ने या तो अपना पंजा देकर या बैठकर पॉजिटिव मामलों का इशारा किया.
रियल परिक्षण के दौरान 303 यात्रियों को सूंघ पर पहचाना खोजी कुत्तों ने
फ़िनलैंड में हुई स्टडी के दौरान कुत्तों को सितंबर 2020 से ले कर अप्रैल 2021 के बीच हुए ट्रायल में फ़िनलैंड के हेलसिंकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई पर तैनात किया गया. जहां इन कुत्तों ने लगभग बाहर से आने वाले 303 यात्रियों को सूंघ पर पहचाना. हालांकि हर एक यात्री का पीसीआर परीक्षण भी कराया गया था. ऐसा करने पर पाया गया कि टेस्ट के दौरान खोजी कुत्ते 99% तक सफल रहे. वे केवल तीन यात्रियों को खोजने में विफल रहे जो पीसीआर पॉजिटिव थे. उम्मीद की जा रही है कि उपयोगिता को देखते हुए आने वाले समय में उनकी एयरपोर्ट, स्टेशन म्यूजिक कंसर्ट समेत भीड़भाड़ वाली जगहों पर व्यापक तैनाती की जा सकेगी.
किस तरह से कारगर साबित हो सकती है ये रिसर्च ?
विशेष ब्रीड के ट्रेंड कुत्तों, जिन्हें आप अक्सर हवाई अड्डों रेलवे स्टेशन या सार्वजनिक जगहों पर देखते है और जो अपनी सूंघने की शक्ति की वजह से ड्रग्स और अन्य अवैध सामान खोजने में माहिर होते है. वो अब सूंघ कर COVID-19 का भी पता लगा सकते है और और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि मरीज बिना किसी देरी के अपना इलाज शुरू कर सकते है.
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