डीएनए हिंदी: ब्रिटेन से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक सैलून में काम करने वाली महिला ने अपने बॉस पर केस किया है. कारण ये कि जब वो अपने वर्कप्लेस पर पहुंची तो उसके बॉस ने उसे ढंग के कपड़े खरीदने की हिदायत देते हुए कुछ पैसे दिए. हालांकि महिला को ये बात रास नहीं आई और उसने सैलून से निकलकर सीधा अपने बॉस पर केस (Woman Filed Case Against Boss) ठोक दिया.
Daily Mail की एक खबर के मुताबिक, ये घटना हेयरड्रेसर के तौर पर काम करने वाली लीसा थॉम्पसन के साथ हुई और अब ये ब्रिटिश अखबारों में सुर्खियां बटोर रही है. महिला ने अपने बॉस के रवैये को लैंगिक भेदभाव (Sex Discrimination) बताते हुए एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल (Employment Tribunal) में इसकी शिकायत की है. हालांकि ट्रिब्यूनल ने इस पर जो फैसला दिया वो इस पूरे केस का टर्निंग प्वाइंट है.
लीसा थॉम्पसन की शिकायत के मुताबिक, वह रोज की तरह ही अपने वर्कप्लेस पर पहुंची थी. इस दौरान उसके बॉस ल्यूक डेनियल (Salon Owner Luke Daniels) ने लीसा के प्रेजेंटेबल न होने पर सवाल उठाया. लीसा ने बताया कि उस दिन उसके पैर में चोट लगी थी बावजूद इसके वे सैलून गई थीं.
वहीं जब वे एक क्लाइंट के साथ बात कर रही थीं तो उनके मालिक ने उन्हें बाल पकड़कर एक तरफ खींचा और उनके कपड़ों और बालों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की. इतना ही नहीं, डेनियल ने लीसा को 100 पाउंड देते हुए कहा कि वे पहले ढंग के कपड़े खरीदें और अपने बाल कटवाएं. उन्होंने लीसा को मुफ्त हेयर ट्रीटमेंट भी ऑफर किया.
इधर जब लीसा ने इस मुद्दे को एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनलर तक खींचने का फैसला किया और कोर्ट को घटना के बारे में बताते हुए कहा कि वे लिंकनशायर के 'अर्बन एंजेल्स सैलून' में 16 महीने से काम कर रही थीं और ऐसा भेदभाव गलत है तब कोर्ट ने इस मामले में सैलून मालिक की दलील को ही सही माना. कोर्ट ने कहा कि कर्मचारी को अच्छी तरह तैयार होना चाहिए क्योंकि इससे सैलून की छवि पर प्रभाव पड़ता है. जज ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद सैलून मालिक के पक्ष में फैसला सुनाते हुए लीसा के आरोपों को खारिज कर दिया.
- Log in to post comments