डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच चल रहे युद्ध को आज 100 दिन पूरे हो गए हैं. इस युद्ध का असर इन दोनों देशों के अलावा अन्य पर भी पड़ रहा है. इस बीच श्रीलंका भी इस युद्ध के बीच फंसता दिख रहा है.दरअसल, रूस की विमानन कंपनी एयरोफ्लोट ने श्रीलंका जाने वाली अपनी सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया है. एयरोफ्लोट ने यह फैसला श्रीलंका द्वारा गुरुवार को कोलंबो एयरपोर्ट से रूस की एयरलाइन की उड़ानों को रोके जाने के बाद लिया.
श्रीलंका (Shri Lanka) के विमानन प्राधिकरण ने कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को कोलंबो हवाई अड्डे से रूस की एयरलाइन की उड़ानों पर रोक लगा दी थी. एयरपोर्ट और विमानन सेवाओं ने एक बयान में कहा कि 191 यात्रियों और चालक दल के 13 सदस्यों के साथ 2 जून को कोलंबो एयरपोर्ट से मॉस्को के लिए एक उड़ान प्रस्थान करने वाली थी. इसे कोलंबो के वाणिज्यिक उच्च न्यायालय के आदेश के कारण प्रस्थान करने की अनुमति नहीं दी गई.
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क्या है पूरा विवाद?
आयरलैंड के सेलेस्टियल एविएशन के मालिक ने एयरोफ्लोट के खिलाफ लंदन में एयरबस A-330 विमान के पट्टे पर लंबित मध्यस्थता के खिलाफ के शिकायत दर्ज की थी. बयान में कहा गया, 'सुनवाई के दौरान यह पाया किया गया कि एयरोफ्लोट और सेलेस्टियल एविएशन के बीच एक व्यावसायिक विवाद है, जिसे उक्त दोनों पक्षों के बीच निपटाया जाना चाहिए.'
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रूस ने श्रीलंका के राजदूत को किया तलब
वहीं, उड़ान पर रोक लगाने के बाद रूस की सरकार ने स्पष्टीकरण के लिए मॉस्को में श्रीलंकाई राजदूत को तलब किया. विमान के मालिक कंपनी ने अदालत में दलील दी थी कि मार्च में विमान पट्टे का समझौता समाप्त होने के बाद एयरोफ्लोट को विमान नहीं उड़ाने के लिए कहा गया था. हालांकि, विमानन कंपनी ने मास्को और कोलंबो के बीच विमान उड़ानों का संचालन जारी रखा.
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Russia-Ukraine युद्ध के बीच फंसा श्रीलंका, एयरोफ्लोट ने सभी विमान को उड़ने से रोका, जानिए वजह