यूक्रेन में भारतीय छात्रों का पहला दल आज भारत लौटने के लिए रवाना हो गया है. बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की थी. गुरुवार को पीएम मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी फोन पर बात हुई थी. भारतीय छात्रों की वापसी के लिए देश भर में दुआएं की जा रही हैं.
Slide Photos
Image
Caption
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों की रवानगी शुरू हो गई है. एएनआई की एक खबर के मुताबिक भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्निस से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हो गया है. पश्चिमी यूक्रेन के लवीव और चेर्निवत्सी में विदेश मंत्रालय के कैंप सक्रिय हो गए हैं.
Image
Caption
घर वापसी की खुशी स्टूडेंट्स के चेहरे पर साफ नजर आ रही थी. बस में चढ़ने से पहले कुछ छात्रों ने अपने वीडियो मैसेज भी शेयर किए हैं. स्टूडेंट्स ने संकट की परिस्थिति में केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय की सक्रियता और मदद के लिए आभार जताया है.
Image
Caption
भारतीय दूतावास लगातार ओपन है और लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. आज जारी की गई एडवाइजरी में भारतीयों से आग्रह किया गया है कि किसी भी तरह की यात्रा से बचें. ट्रांजिट में जो लोग हैं वो जितनी जल्दी हो सके किसी सुरक्षित जगह पर लौट जाएं.
Image
Caption
संकटग्रस्त यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी का पूरा प्लान तैयार है. विदेश मंत्रालय एस. जयशंकर खुद पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं. कीव, हंगरी, रोमानिया और पोलैंड दूतावास के साथ मंत्रालय रोडमैप पर काम कर रहा है. इसके अलावा विमानों की व्यवस्था और संचालन के लिए भी निरंतर संपर्क बनाया जा रहा है.
Image
Caption
यूक्रेन में करीब 18,000 छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. युद्ध शुरू होने के बाद से लगातार भारतीयों की वापसी की गुहार लगाई जा रही थी. देश के अलग-अलग हिस्सों में स्टूडेंट्स की वापसी के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं. तेलंगाना और दूसरी राज्य सरकारें केंद्र सरकार से छात्रों को निकालने की मांग कर रहे हैं.